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'जबतक सूरज चाँद रहेगा ,डॉ साहेब का नाम रहेगा'के नारों के बीच पंचतत्व में विलीन हुए जगन्नाथ मिश्र
सुपौल /पटना-(अमित/शिवानन्द )
कद्दावर नेता व मिथिला के सपूत पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. जगन्नाथ मिश्र को अंतिम विदाई देने जनसैलाब उमड़ पड़ा। मिथिला के इतिहास पुरुष को अंतिम विदाई देने के लिए बिहार के कोने-कोने से लोग पंहुचे हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री के पैतृक गांव बलुआ बाजार में ऐतिहासिक भीड़ उमड़ पड़ी थी। हर गली व चौक-चौराहों पर लोग ही लोग नजर आ रहे थे।
उनके गांव जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पैतृक आवास में पहुंचा तो यहां मौजूद हजारों की भीड़ की आंखें नम हो गईं। अपने चहेते नेता की झलक पाने काफी संख्या में भीड़ एकत्र थी। जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर एम्बुलेंस से उतारा गया, वहां मौजूद कई लोग बिलख-बिलख कर रो पड़े। इससे पूर्व भीमपुर चौक से लंबे काफिले के साथ एंबुलेंस में उनकी पार्थिव काया बलुआ बाजार स्थित निवास स्थल में लाया गया।
इस दौरान पूरा रास्ता जगन्नाथ मिश्र अमर रहे, जबतक सूरज चांद रहेगा डॉक्टर साहब तेरा नाम रहेगा के नारों से गूंज रहा था। निवास स्थल पर लोगों के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा गया। इसके बाद दूर-दूर से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। लोगों की आंखें अपने डॉक्टर साहब को खोने के दुख में नम थीं। कई लोग फूट-फूटकर रो रहे थे। लोग कतार में खड़े होकर अंतिम दर्शन के लिए बाट जोहते रहे।
दोपहर करीब 2.30 बजे अर्थी को कांधा देकर अंत्येष्टि स्थल तक लाया गया, जहां चिता धधकते ही वहां मौजूद लोग फफक पड़े । उनके अंतिम संस्कार का यह अवसर परिजनों सहित उनके चाहनेवालों के लिए भारी पड़ रहा था। लंबे समय तक लोगों के दिलों में राज करने वाले डाॅ. जगन्नाथ मिश्र अपनी यादें छोड़कर सबके बीच से जा रहे थे। मुख्य मंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मंगल पाण्डे, नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दिकी, सांसद गोपालजी ठाकुर,दिलेश्वर कामैत, रामप्रीत मंडल, लेसी सिंह, डा रमेश ॠषिदेव, पूर्व मंत्री अब्दुल गफूर, विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने मुख्य रूप से श्रद्धांजलि दी।