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सुशील मोदी के बेटे की शादी में पहुंचे कई नेता, लालू ने दिया बंद लिफाफा, बढ़ी सियासत में हलचल

आनंद शुक्ल
4 Dec 2017 11:17 AM IST
सुशील मोदी के बेटे की शादी में पहुंचे कई नेता, लालू ने दिया बंद लिफाफा, बढ़ी सियासत में हलचल
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भाजपा नेता नितिन नवीन ने कहा कि सुशील मोदी की तरफ से भेजे गए आमंत्रण पत्र पर साफ लिखा था कि कृपया कोई उपहार ना लाएं, लेकिन लालू जी को इससे क्या फर्क पड़ता है, वो तो बस चर्चा में बने रहना चाहते हैं।

पटना: बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी के बेटे की शादी की खबर पूरे बिहार में चर्चा का विषय बनी हुई है, लेकिन एक चर्चा और है कि इस बिना ताम-झाम और बिना दहेज की शादी में आखिर लालू यादव ने मनाही के बावजूद सुशील मोदी के बेटे के हाथ में एक बंद लिफाफा क्यों दिया? जबकि सुशील मोदी की ओर से दिए गए आमंत्रण पत्र में साफ लिखा था कि शादी में किसी भी तरह का तोहफा लेकर ना आएं।

बिहार में सुशील मोदी के बेटे की रविवार को अनोखी शादी हुई। अनोखी इस मायने में कि यह शादी दहेज मुक्त और बिना तामझाम वाली थी। इससे भी बड़ी बात कि इस शादी में किसी को भी तोहफा देने की इजाजत नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद लालू यादव के एक दांव ने सबको चौंका दिया है। सुशील मोदी लाख अपील करते रहे, लेकिन लालू ने दूल्हा-दुल्हन को शगुन का लिफाफा थमा ही दिया। अब इस बंद लिफाफे में क्या था ये तो लालू और मोदी को ही पता, लेकिन बिहार के सियासी गलियारों में यह चर्चा का विषय बनने लगा है।
लालू के दिए इस बंद लिफाफे को लेकर बिहार के सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। सबकी उत्सुकता ययही है कि आखिर इस लिफाफे में क्या था? अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है। जदयू नेताओं ने तंज कसते हुए कहा है कि लालू मीडिया के डार्लिंग हैं और कैमरे में बने रहने के लिए कुछ ना कुछ उत्पात मचाते रहते हैं। जदयू नेता संजय सिंह ने कहा कि लालू लाफ्टर चैनल के हीरो हैं और मीडिया में बने रहने के लिए कुछ एेसी ही युक्ति लगाई और अब लोग तलाशेंगे कि आखिर बंद लिफाफे में लालू ने क्या दिया?
वहीं भाजपा नेता नितिन नवीन ने कहा कि सुशील मोदी की तरफ से भेजे गए आमंत्रण पत्र पर साफ लिखा था कि कृपया कोई उपहार ना लाएं, लेकिन लालू जी को इससे क्या फर्क पड़ता है, वो तो बस चर्चा में बने रहना चाहते हैं और कुछ अलग हटकर बोलना और करना उनकी कार्यप्रणाली में शामिल है। इसीलिए नया शिगूफा छेड़ने के लिए एेसा किया है। वहीं, इन सबका जवाब देते हुए राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लालू जी अपनी सभ्यता संस्कृति को नहीं भूलते हैं। ये उनका सीधा-सरल स्वभाव है, वो किसी की बात में नहीं आते, सुशील मोदी ने भी लालू जी की बेटियों की शादी में उपहार दिया था, एेसे में उन्होंने भी बस उस उपहार को वापस किया है। बड़ा उपहार तो नहीं दिया।
बैंड-बाजा और भोज-भात वाली इस शादी समारोह में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद व कई दूसरे राज्यों के सीएम और राज्यपाल के साथ दर्जनभर केन्द्रीय मंत्री भी शामिल हुए। शादी में कुछ ही दूरी पर लालू और सीएम नीतीश बैठ थे लेकिन दोनों के एक दूसरे से बात तक नहीं की।

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