
मजदूरों का पलायन रोकने में फेल हुई नीतीश सरकार : समाजसेवी गोविन्द कुमार

समाजसेवी गोविन्द कुमार सिंह का कहना है कि सहरसा में रेल टिकटों की रिकार्डतोड़ बिक्री इस वजह से हो रही है, क्योंकि इस पूरे इलाके के मजदूर धान रोपणी के लिए पंजाब और हरियाणा और दूसरे किस्म के मजदूरी की तलाश में दिल्ली जा रहे हैं। सहरसा रेलवे स्टेशन को यह मोटी आय बेरोजगार मजदूरों की उस भीड़ से हो रही है, जो पलायन के लिए मजबूर हैं। उनके लिए इस इलाके में कोई ढंग का काम नहीं है। उन्हें धान रोपणी के सीजन में भी इतनी मजदूरी नहीं मिल पाता है कि वे यहां रुक जायें। यह खुशी का मौका नहीं हमारी गरीबी और बदहाली का तमाशा है।
पिछले साल भी बाढ़ के बाद सहरसा जंक्शन पर ऐसी ही भीड़ उमड़ी थी। मजदूर टिकट कटाकर स्टेशन में पांच-पांच दिन पड़े रहते और उन्हें ट्रेनों में जगह तक नहीं मिलती। इस साल भी वही हो रहा है। पलायन इस इलाके का ऐसा रोग है जिसका इलाज सरकारें ढूंढना भी नहीं चाहती।




