
अब बीजेपी नेताओं ने दी नीतीश के खासमखास प्रशांत किशोर को चेतावनी!

पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ पर हर हाल में कब्जा करने पर आमादा प्रशांत किशोर के खिलाफ बीजेपी के सब्र का बांध टूट गया है. भाजपा के तीन विधायकों और एक विधान पार्षद ने आज नीतीश के खासमखास प्रशांत किशोर को खुली चेतावनी भी दे दी है. विधायक नीतिन नवीन, अरूण सिन्हा और संजीव चौरसिया के साथ एमएलसी संजय पासवान ने PK को इवेंट मैनेजर करार देते हुए उन्हें छात्र संघ चुनाव से दूर रहने की नसीहत दी है. भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर प्रशांत किशोर की बेजा हरकतें जारी रहीं तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा.
भाजपा नेताओं ने अपने बयान में प्रशांत किशोर का नाम नहीं लिया है लेकिन बगैर नाम लिये ही सब कुछ कह डाला है. भाजपा विधायकों और विधान पार्षद ने कहा है कि इवेंट मैनेजर पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं. छात्र संघ चुनाव में पैसे और बाहुबल का खुला खेल खेला जा रहा है. ऐसी हरकतों को ना छात्र बर्दाश्त करेंगे ना ही भाजपा के नेता-कार्यकर्ता.
क्या है मामला
बता दें कि बिहार सीएम नीतीश कुमार के सिपाहसलार प्रशांत किशोर ने पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ पर कब्जा करने के लिए सारी हदें पार कर दी है. जदयू के तमाम बड़े नेताओं को चुनाव में मैनेजमेंट के लिए झोंक दिया गया है. पार्टी ने एक धनबली के बेटे को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है. तीन दिन पहले चुनाव प्रचार के दौरान एबीवीपी और छात्र जदयू के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और मारपीट हो गयी. इसमें प्रशांत किशोर के चहेते और पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष दिव्यांशु भारद्वाज का सर फूट गया. जदयू के विधायकों और विधान पार्षदों ने पहले तो PMCH में खुद बैठकर इंजुरी रिपोर्ट तैयार करायी फिर खुद जाकर FIR भी करवाया.
सूत्रों के मुताबिक पटना पुलिस के आलाधिकारियों को नीतीश कुमार के आवास तलब किया गया और हर हाल में अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी के उम्मीदवार अभिनव कुमार को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया. इसके बाद पुलिस दिन में दस दफे छापेमारी कर रही है. एबीवीपी के कार्यालय से लेकर उम्मीदवार के पैतृक आवास पर लगातार छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने ऐसी छापेमारी किसी दुर्दांत अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए भी नहीं की होगी. हालांकि झड़प के बाद एबीवीपी के नेताओं ने भी छात्र जदयू के नेताओं पर FIR दर्ज करायी थी लेकिन पुलिस ने इस केस में कोई कार्रवाई नहीं की. भाजपा पहले इस मामले पर चुप्पी साधे बैठी थी. लेकिन आज उसके सब्र का बांध टूट गया.
भाजपा नेताओं ने पटना पुलिस और प्रशासन को प्रशांत किशोर के इशारे पर नाचना बंद करने को कहा है. भाजपा नेताओं ने कहा है कि छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी का उम्मीदवार साधारण परिवार का है इसलिए उसके खिलाफ साजिश रची जा रही है। लेकिन उस साजिश को नाकाम किया जाएगा. भाजपा नेताओं ने कहा कि पटना पुलिस एबीवीपी के उम्मीदवार को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. ये सारी साजिश इवेंट मैनेजर रच रहे हैं. लेकिन भाजपा एबीवीपी उम्मीदवार के पक्ष में खड़ी है. भाजपा के नेताओं ने पुलिस प्रशासन को भी चेताया कि वे एबीवीपी के उम्मीदवारों को बाहरी दबाव में परेशान न करें.




