
गोपालगंज : चूहे नहीं ,पुलिस पी रही है थानों की शराब, ऐसे ही मामले में दो पुलिसकर्मी सहित चार हिरासत में,थानेदार फरार

पटना से शिवानन्द गिरि की रिपोर्ट
बिहार के गोपालगंज से एक सनसनीखेज खबर आ रही आ रही है ।बिहार पुलिस को शर्मसार कर देने वाली इस घटना से किस तरह शराब माफिया को प्रश्रय देती है ये तो अब सब लोग जान ही गए हैं लेकिन ये भी जान जाईए कि बिहार में पुलिस भी शराब बेचती है वो भी कार्टून में नहीँ बल्कि वाहनो में और ये शराब भी कहीं का नहीँ बल्कि पुलिस द्वारा ही जप्त कर मालखाना में रखा हुआ।आपको याद होगा कि बिहार की थानों से करोरों रुपैये की शराब को चुहे के पी जाने की खबर आई थी और पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था।।अब जो खबर बताने जा रहें है उससे साफ हो जायेगा कि मालखाना से सामानों को आखिरकार गायब करता कौन है।
ये कहानी है उतर प्रदेश -बिहार सीमा पर स्थित गोपालगंज जिला के कुचायकोट थाना की। सीमा पर रहने के कारण यहा काफी तस्करी की शराब जब्त होती है। पिछ्ले दिनों शराब को वाहन पर लादकर बाहर सप्लाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई । आनन फानन में पुलिस तथा मद्य निषेध विभाग इस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई
पटना से एक डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची मद्य निषेध विभाग की टीम ने सदर एसडीपीओ नरेश पासवान के साथ थाना के मालखाना में जब्त शराब की जांच पड़ताल किया। इस दौरान थाने के बाहर पुलिस बल की तैनाती कर बाहर से किसी अनावश्यक व्यक्ति को थाना में घुसने नहीं दिया गया। इस मामले में निलंबित कुचायकोट थानाध्यक्ष रितेश कुमार आवास बन्द कर फरार है। इस बीच बुधवार की रात जांच टीम ने कुचायकोट थाने में तैनात दो पुलिस अवर निरीक्षक, एक चौकीदार तथा वाहन चालक को हिरासत में ले लिया । इन चारों को जिले के किसी दूसरे थाने में ले जाकर पूछताछ की जा रही है ।
जानिए आखिर क्या मामला-
बीते चार जुलाई रविवार को सोशल मीडिया पर पांच वीडियो क्लिप वायरल हुआ था । इस वीडियो में कुचायकोट थाना में जब्त शराब को मालखाना के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे ट्रक कंटेनर से निकाल कर एक पिकअप में लाद कर बाहर ले जाया जा रहा था। वायरल वीडियो में पुलिस के वाहन के एस्कॉर्ट में पिकअप थाना परिसर से बाहर निकलता हुआ दिख रहा है। थाना में जब्त शराब को बाहर सप्लाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस तथा मद्य निषेध विभाग ऐक्शन में आया । पटना से मद्य निषेध विभाग के डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में पदाधिकारियों की एक टीम कुचायकोट थाने पहुंची और इस मामले की जांच पड़ताल का काम शुरू किया। वायरल वीडियो के जांच पड़ताल के बाद मंगलवार की शाम तवरित कार्रवाई करते हुए एसपी नीताशा गुड़िया ने कुचायकोट थानेदार को रितेश कुमार सिंह को सस्पेंड कर थाने में तैनात दो अवर निरीक्षक अशोक यादव और महेंद्र कुमार तथा चौकीदार मुन्ना राय व वाहन चालक अमित कुमार को भी हिरासत में ले लिया ।
सदर एसडीपीओ नरेश पासवान ने बताया कि पुलिस तथा मद्य निषेध विभाग की टीम पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सवालो के घेरे में है पुलिस की कार्यर्शैली
शराब माफिया और पुलिस के गठजोड़ से सरकार के शराबबंदी के सारे दावों की पोल खोल देने वाली इस घटना ने बिहार पुलिस को एक बार फिर शर्मसार कर दिया है। पुलिस थाने से जब्त शराब की सप्लाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग के कामकाज पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। पुलिस पदाधिकारियों द्वारा शराब तस्करों से मिलकर शराबबंदी पर चोट करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जिले के बैकुंठपुर थाने के थानेदार द्वारा जब्त शराब को बाहर भेजे जाने का मामला उजागर हो चुका है । उस मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष अभी भी जेल में हैं। अब कुचायकोट थाने से भी शराब माफिया के गठजोड़ से शराब की सप्लाई करने का मामला उजागर होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है । शराब जब्ती के मामले में पूरे जिले में अव्वल रहने वाला कुचायकोट थाना अब सुर्खियों में है। सूत्रों की मानें तो कुचायकोट पुलिस और शराब तस्करों के गठजोड़ का यह मामला कोई नया नहीं है। लंबे समय से जब्त शराब के साथ यह खेल पुलिस द्वारा खेला जा रहा है ।
सूत्रों की मानें तो भारी मात्रा में ट्रकों से शराब जब्त करने के साथ ही पुलिस और तस्करों की मिलीभगत से यह खेल शुरू हो जाता है। जब्त शराब को गिनती के दौरान शराब की मात्रा कम दिखाए जाने की बात अक्सर चर्चा में रहती है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि तो पूरे मामले की जांच पड़ताल के बाद ही हो पाएगी । सूत्रों का दावा है कि जब्त शराब के जब्ती सूची में ही खेल कर इसका एक हिस्सा पुलिस द्वारा छिपा लिया जाता है जिसे बाद में तस्करों तक पहुंचा दिया जाता है । इसतरह एक तरफ शराब की बरामदगी कर पदाधिकारियों से पीठ थपथपाई जाती है और दूसरी तरफ इसमें एक अलग खेल खेलकर मोटा माल भी बनाया जाता है । अब कुचायकोट थाने में हो रहे इस खेल का वीडियो वायरल होने के बाद पूरा महकमा सकते में है । हालांकि वरीय पदाधिकारी लगातार इस मामले की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं और यह दावा कर रहे हैं कि जांच पड़ताल में जो भी कर्मचारी या पदाधिकारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
,,,,,,,,,,,, तो चेकपोस्ट से ही शुरू हो जाता है शराब माफिया के इस गोरखधन्धें का खेल
कुचायकोट थाना से शराब बाहर सप्लाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद कुचायकोट पुलिस की सक्रियता,सरकारी कामों की उपेक्षा उजागर हो गई है ।गौरतलब है कि डीजीपी गुप्तेश्वर पान्डे शराब बन्दी अभियान को लेकर गोपालगंज में कई कार्यक्रम कर चुके हैं बावजूद इसके यहाँ की पुलिस को न तो किसी का डर है और न ही पुलिस की छवि का।




