पटना

पटना सिटी में भीड़ से बचाने वाले युवकों को किया गया सम्मानित

Sujeet Kumar Gupta
8 Aug 2019 12:07 PM GMT
पटना सिटी में भीड़ से बचाने वाले युवकों को किया गया सम्मानित
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दूसरे को मारने से पहले खुद को सूई चुभोकर देखा है कि इससे कितना दर्द होता है, तब समाज में हम एक-दूसरे को नुकसान कैसे पहुंचा सकते है?

पटना । पटना में चोरी के मोबाइल खरीदने के शक में भीड़ के हत्थे चढ़े नाबालिग की जान बचाने वाले मेराज और हामिद को पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि तथा वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक ने बुधवार को शील्ड व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सुल्तानगंज थाने में आयोजित सम्मान समारोह में एसडीओ राजेश रौशन, एएसपी मनीष कुमार, थानाध्यक्ष बीके शाही और शांति समिति के सदस्यों ने इन युवकों की काफी प्रशंसा की।

बतादे कि पीड़ित नाबालिग ने डीएम और एसएसपी को बताया कि दो अगस्त 2019 की दोपहर 200 की संख्या में लड़के हाथों में लोहे की राड, हाकी स्टिक, डंडा लिए मेवा साव लेन स्थित कटरा स्कूल से सटे आवास पर उसे खोजने पहुंचे। लोगों का आरोप था कि उसने मोहल्ले के ही एक नाबालिग से चोरी का मोबाइल खरीदा है। भीड़ मोबाइल लौटाने का दबाव देने लगी। जबकि उसने कहा कि कोई मोबाइल नहीं खरीदा है। तब भीड़ हमलावर हो गई। उसे घर से खींचकर राड, हाकी स्टिक, डंडा, लात-मुक्के से पीटते हुए घसीटने लगी। भाई व बहन बचाने पहुंचे तो उन्हें भी भीड़ ने पिटाई कर अलग कर दिया।

भीड़ में पीड़ित नाबालिग को पीटते देख पड़ोसी 32 वर्षीय मो. मेराज तथा 27 वर्षीय मो. हामिद उसको बचाने के लिए आगे आ गये। इस दौरान भीड़ की लाठी, राड तथा मुक्के दोनों बचाने वाले युवकों के शरीर पर भी पड़े। फिर भी वो दोनों भीड़ में पीटते हुए नाबालिक को बचाते हुए थाना पहुंचे । जहां थानाध्यक्ष बीके शाही ने तीनों को सुरक्षित कमरे में बिठाया। तब सांस में सांस आई। पीड़ित नाबालिग से वाकया सुनते हुए आज थाने में जिलाधिकारी तथा एससपी भावुक हो गए।

पीड़ित के पिता टेंट कारोबारी दिलीप कुमार चौधरी ने बताया कि दोनों युवकों ने मसीहा बनकर मेरे बच्चे की जान बचाई और उन्हे जीतना धन्यबाद दू कम है ये दोनों मेरे बच्चे को नई जिंदगी दी है ये नही रहते तो क्या होता ये भगवान की बता सकते है?

नाबालिग की जान बचाने वाले मो. मेराज व मो. हामिद ने कहना है कि उनका मजहब इंसानियत सीखता है, मुल्क परिवार है। उन लोगों के अनुसार क्या किसी ने दूसरे को मारने से पहले खुद को सूई चुभोकर देखा है कि इससे कितना दर्द होता है, तब समाज में हम एक-दूसरे को नुकसान कैसे पहुंचा सकते है? कटरा स्कूल के समीप रहने वाले मो. मेराज दूध का व्यवसाय करते हैं। वहीं हामिद विज्ञापन एंजेसी में नौकरी करते हैं।

जाने ये है पूरा मामला

सुल्तानगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व एक सोफा दुकान से इनवर्टर चोरी हो गया था। दुकानदार तथा अन्य लोग शक के आधार पर एक नाबालिग को पकड़ पिटाई करने लगे। नाबालिग ने यह कह दिया कि उसने इनवर्टर नहीं, दुकान से मोबाइल चोरी कर कटरा स्कूल के समीप रहने वाले किशोर को बेचा है। इसके बाद भीड़ ने नाबालिग को घर से बुलाकर बुरी तरह पीटा। मामले में पुलिस ने आरोपित आशिक कुरेशी को जेल भेजा है। इनवर्टर चोरी मामले का पर्दाफाश हो चुका है।

रिपोर्टर शिवा नंद गिरी


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