पटना

गैंगरेप पीड़िता बोली, गांव के लड़के ने अगवा कर जंगल में 7 दोस्तों को बुलाया, फिर मुंह में ठूंसा कपड़ा और बारी-बारी से किया रेप, फिर किया ये वीडियो वायरल

Shiv Kumar Mishra
16 Sep 2022 10:39 AM GMT
गैंगरेप पीड़िता बोली, गांव के लड़के ने अगवा कर जंगल में 7 दोस्तों को बुलाया, फिर मुंह में ठूंसा कपड़ा और बारी-बारी से किया रेप, फिर किया ये वीडियो वायरल
x

वैशाली में छात्रा से गैंगरेप में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगरेप में 8 आरोपी शामिल थे। इसमें से 5 युवकों ने गैंगरेप किया था। पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आपसे में दोस्त हैं। इस हैवानियत का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला था। लड़की अब भी डरी सहमी हुई है। घटना के 8 दिन बाद भी वह सदमे से बाहर नहीं निकल पाई है।

छात्रा ने बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों के सामने बयान दर्ज कराया है। उस दिन क्या हुआ था, कैसे हुआ... यह सभी कुछ उसने साझा किया है। पीड़िता का दर्द सुनने वालों में शामिल समिति की एक उच्च स्तरीय पदाधिकारी ने पीड़िता के अपहरण से रेप तक की पूरी कहानी बताई।

पढ़िए उस बेटी का पूरा दर्द…

पीड़िता ने बताया कि मीडिल स्कूल उसके घर के पास था, लेकिन हाई स्कूल उसके घर से तकरीबन 2-3 किलोमीटर दूर है। जब से हाई स्कूल में उसका एडमिशन हुआ, उसे 40-45 मिनट पहले निकलना पड़ता था। वो रोज अकेले पैदल ही स्कूल आती-जाती थी। इस दौरान उसे कई बार ऐसा महसूस हुआ कि दो-तीन लोग लगातार उसे फॉलो कर रहे हैं। स्कूल आते-जाते समय उसका पीछा करते थे। भ्रम मानकर उसने इसे गंभीरता से नहीं लिया। घर में भी जिक्र नहीं किया।

गांव के लड़के ने हथियार दिखाकर बाइक पर बैठा लिया

पीड़िता ने बताया कि 8 सितंबर की सुबह 8.30 बजे वो घर से अकेले स्कूल के लिए निकली थी। आधा रास्ता तय कर अभी हनुमान मंदिर के पास पहुंची ही थी कि वहां पहले से इंतजार कर रहे उसी के गांव के एक लड़के अमोद ने हथियार दिखाकर उसे अपनी बाइक पर बैठा लिया। थोड़ी ही दूर में उसके साथ एक और लड़का आ गया। उसने शोर न करने की धमकी दी। इसके बाद वो उसे 7-8 किलोमीटर दूर एक जंगल में ले गए।

घटनास्थल पर अचानक 7 लड़के पहुंच गए, वीडियो बनाने लगे

पीड़िता ने बाल कल्याण समिति के सामने बताया कि जंगल पहुंचने के बाद अमोद उससे अभद्रता करने लगा। इस बीच वहां 6 से 7 लड़के और पहुंच गए। वे छेड़छाड़ करने लगे। वीडियो बनाने लगे। वो अपने गांव के अमोद के अलाव बाकी किसी लड़के को नहीं पहचान पा रही थी। ये सभी अमोद के ही दोस्त थे। वो पूरी तरह घबरा गई। लोगों से मिन्नतें करने लगी कि वो उसे छोड़ दे। अपने घर जाने दे लेकिन, किसी ने उसकी एक नहीं सुनी।

शोर न करूं इसके लिए मेरा मुंह बांध दिया, दरिंदों ने बारी-बारी से किया रेप

पीड़िता ने बताया कि वो मिन्नतें करती रही। शोर भी करना चाहा तो इन दरिंदों ने उसके मुंह को कपड़े से बांध दिया। इसके बाद वो चाह कर भी नहीं चिल्ला सकी। सभी ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया। वो लाचार-बेबस पड़ी रही।

घटना के बाद सदमें में हैं माता-पिता

डर और इज्जत का लिहाज करते हुए पीड़िता ने घर आकर किसी को इस घटना की जानकारी नहीं दी, लेकिन इन दरिंदों को इतने के बाद भी चैन नहीं मिला। इस पूरी घटना का वीडियो दो दिन बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसका असर उसके परिवार पर भी पड़ा। इसके बाद पीड़िता के माता-पिता को गहरा सदमा पहुंचा है। वे इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

पीड़िता को पढ़ाई छूट जाने का सता रहा है डर

बाल कल्याण समीति के सदस्यों के सामने पीड़िता ने जिस बात की चिंता जताई है, वो है उसकी पढ़ाई। उसने बताया कि वो पढ़ना चाहती है। पढ़ कर अपने परिवार की गरीबी दूर करना चाहती थी। इसलिए वो रोज 2-3 किलोमीटर पैदल स्कूल जाती थी लेकिन इस घटना के बाद शायद ही उसका परिवार अब उसे स्कूल भेजे। परिजन क्या करेंगे ये सोच कर बार-बार परेशान है।

5 दिन बाद न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर घर लौटी पीड़िता

घटना सामने आते ही पीड़िता और उसके माता-पिता को पुलिस ने अपने कस्टडी में लिया था। उन्हें एक सुरक्षित स्थान में रखा जा रहा था। इस दौरान न्यायिक प्रक्रियाएं कराई गई। कोर्ट में बयान और मेडिकल के बाद गुरुवार शाम को पीड़िता और उसके परिजनों को घर छोड़ दिया गया है। पीड़िता और उसके परिजनों की सुरक्षा के लिए दो चौकीदार की भी नियुक्ति की गई है।

पीड़िता की मदद करेगी बाल कल्याण समिति

बाल कल्याण समिति, वैशाली की अध्यक्ष प्रीति कुमारी ने बताया कि पीड़िता पर बाल कल्याण समिति लगातार नजर रख रही है कि उसे किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उसके ऊपर कोई किसी प्रकार का दबाव न बना सके। लगातार पीड़िता की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। उसकी पढ़ाई प्रभावित न हो इसकी भी व्यवस्था की जाएगी। साथ ही समिति की तरफ से पुलिस को भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद सामने आया मामला

पीड़िता की चाची ने बताया कि 8 सितंबर को घटना के बाद पीड़िता घर आई और घर में बेहोश हो गई। इसके बाद भी वो घर में किसी को कुछ भी नहीं बताई थी। इसके दो दिन बाद 10 सितंबर को अचानक घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। लोग पीड़िता के घर के आगे जुटने लगे तब मामला सामने आया। इसके बाद पीड़िता ने घटना की पूरी जानकारी परिजनों को दी।

पीड़िता के ठीक सामने है आरोपी का घर, उसी ने दी पुलिस को जानकारी

पीड़िता के परिजन और ग्रामीण इस मामले में पूरी तरह उग्र होने लगे थे। उसके घर के ठीक सामने अमोद राम का घर था। भीड़ की भनक लगते ही अमोद के परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। पुलिस जब तक पूरा मामला समझती अमोद अपने परिजनों के साथ घर में अंदर से ताला लगाकर पिछले दरवाजे से फरार हो गया।

परिजनों का आरोप- अमोद ही मुख्य आरोपी, उसी ने रची पूरी साजिश

वहीं पीड़िता के चाचा ने बताया कि आमोद के परिजनों का क्राइम से पुराना नाता रहा है। उसकी मां पर डेढ़ साल पहले बच्चा चोरी कर बेचने का आरोप लगा था। अब आमोद ने इस घटना को पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया है। उनकी बेटी घर से स्कूल के लिए निकली थी रास्ते में चाकू की नोंक पर वह उसे गांव ले गया। वहां उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बच्ची के साथ गैंगरेप किया।

गांव में लग रहा है सियासी मजमा, हर पार्टी के नेता लगा रहे हाजिरी

पीड़िता महादलित समाज से आती है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल यहां अपनी हाजिरी लगाने में जुटे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन दिनों में बीजेपी के विजय सिन्हा, हम के जीतन राम मांझी और जदयू के उमेश कुशवाहा समेत दर्जनों नेता यहां पहुंच चुके हैं। हर कोई यहां आते हैं और अपनी विचारधारा के हिसाब से बयान देकर चले जाते हैं। आश्वासन के सिवाय फिलहाल पीड़िता के परिजनों को कुछ नहीं मिला है।

ग्रामीणों ने कहा- 70 साल में पहली घटना, दोषी को फांसी मिले

वहीं घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश है। महिलाएं जहां अपनी बेटियों को बाहर भेजने को लेकर सशंकित हैं तो पुरुष उग्र हैं। उन्होंने बताया कि वे पिछले 60-70 सालों में कभी इस तरह की घटना नहीं हुई है। हर कोई साथ मिलकर रहते हैं। घटना में शामिल सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें फांसी दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे।

खानदान की पहली बच्ची जो हाई स्कूल तक पहुंची

पीड़िता अपने खानदान की पहली बच्ची है जो हाई स्कूल के दहलीज को लांघी है। अपने परिवार के तीन बच्चों के पढ़ाई की जिम्मेदारी भी उसी के कंधे पर है। पीड़िता के चाचा ने बताया कि उनके खानदान में कोई प्राइमरी स्कूल तक की पढ़ाई भी नहीं किया है। बड़ी हिम्मत से बेटी को पढ़ा रहे थे। इस घटना ने उनके पूरे सपने पर पानी फेर दिया है।

मजदूरी कर घर चलाते हैं पीड़िता के परिजन

पीड़िता के 8 सदस्यों का पूरा परिवार दो कमरों के मकान में रहता है। पीड़िता के चाचा ने बताया कि वे और उनके भाई दोनों दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। कभी काम मिलता भी है और कभी खाली हाथ लौटना पड़ता है। इसी से उनके परिवार का भरण-पोषण होता है। इस घटना ने उनके पूरे परिवार को तोड़ दिया है।

बिहार में हर रोज 4 बेटियों की लुट रही है अस्मत

हर रोज बिहार की 4 बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है। बिहार पुलिस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जून तक 785 बेटियों के साथ रेप की घटना हो चुकी है। 2021 में 1439 बेटियां रेप की शिकार हुईं थीं।

साभार दैनिक भास्कर

Next Story