
भ्रष्टाचार , ABCD , राजनीती , क ख ग घ, कुछ याद आया कुर्सी बाबू? - तेजस्वी यादव

बिहार की राजनैतिक सरगर्मी के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार हमलावर रुख अख्तियार किये हुए है. तेजस्वी लगातार उन सवालों का रुख किये हुए है जिन सवालों के एवज में महागठवंधन तोड़कर नए दोस्त के साथ सत्ता हासिल की. इन सवालों का जबाब भी नहीं मिल रहा है. लेकिन जनता अब हकीकत से रूबरू जरुर हो रही है . लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी का अहसास अब बिहार के राजनीत में उनके युवा बेटे होने नहीं दे रहे है.
तेजस्वी ने कहा कि श्रीमान पलटीमार ने एक और पलटी लेते हुए कहा कि उन्होंने नंदन गाँव की घटना मे DGP को सभी को छोड़ने को कहा है. 2 हप्तों की लंबी चुपी तोड़ तेजस्वी के दौरे के बाद ही यह बात क्यों बतानी पड़ी? गजब है! जब फँसते है तो ये अचानक ऐसे ही U-turn मारते है. हम ऐसे ही घुटने टेकने को मजबूर करते रहेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार राजनीति की ABCD के अगर इतने ही प्रखर ज्ञाता और विधाता है तो अपने चुनाव में प्रोफेशनल PR एजेंट क्यों हायर किए थे? सुशील मोदी ने आप पर गंभीर आरोप लगाया था कि आपने खज़ाने के हज़ारों करोड़ रू मार्केटिंग पर लुटाए थे. कुछ याद आया कुर्सी बाबू?
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार की ABCD वाली राजनीति से हमारी "क,ख,ग,घ" वाली राजनीति लाख गुणा सही है। हम आपकी तरह ज़मीर, नीति, सिद्धांत और विचार बेचकर मौक़ापरस्त राजनीति नहीं करते अंतरात्मा बाबू. हमारा विचार अडिग है. हम फ़ासीवाद से डरकर आपकी तरह पलटी नहीं मारते बल्कि लड़ते है.
आपको बता दें कि जब से लालूप्रसाद यादव जेल गए है बिहार में राजनैतिक सरगर्मी पूरे जोर पर है. लेकिन जिस तरह तेजस्वी ने सबको घेरा है वो वास्तव में एक हिम्मत का काम किया है. जनता जनार्दन भी उनके साथ खड़ी होती नजर आ रही है. अगर इसी तरह समर्थन मिलाता रहा तो 2019 में परिणाम कुछ और ही होंगे.




