
नाग पंचमी पर विशेषः विषैले सांपों के साथ खेलते हैं बूढ़े-बच्चे, सांपों की होती है विशेष पूजा

रोसड़ाः नागपंचमी के अवसर पर सिंघीया करेह नदी के किनारे सांपों का अनोखा मेला लगता है। इस अवसर पर विषैले सांपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नाग देवता को दूध-लावा का भोग लगा कर भगत लोग सांपों के साथ खेल दिखाते हैं।
नागपंचमी के दिन लगता है मेला
नागपंचमी के दिन लोगों की आस्था है कि सांपों के काटने से भी इस दिन किसी को कुछ नहीं होता है। लोग एक रात पहले से ही नदी के किनारे जुटते हैं और नाग देवता के आगे ढोल मृदंग के साथ लोक-गीत गाकर देवी भगवती की आराधना कर जागरण करते हैं। अगले दिन सुबह सभी मंदिरों के आगे श्रद्धालु नाग देवता की पूजा अर्चना कर दूध लावा चढ़ाते हैं और उसके बाद गांव के भगत देवी भगवती की आराधना कर हजारों सांपो के साथ खेल दिखाते हैं।
सांपों को पुनः जंगलों में छोड़ दिया जाता है
सांपों के मेला को लेकर लोगों में गहरी आस्था है। दूर-दूर से लोग सांपों का मेला देखने के लिए आते हैं। मेला की समाप्ति के बाद भगत सभी सांपों को जंगलों में छोड़ देते हैं। वीडियो में देखें कैसे लोगों का हुजुम सांपों के साथ करतब दिखाता है।




