लाइफ स्टाइल

पद्मावती विवाद: राजपूत नेताओं से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने भंसाली से की बात

Ekta singh
21 Nov 2017 10:43 AM IST
पद्मावती विवाद: राजपूत नेताओं से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने भंसाली से की बात
x
राजपूत नेताओं ने इस मामले में उद्धव ठाकरे से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.

नई दिल्ली: फिल्म 'पद्मावती' को लेकर जारी विवाद के बीच सोमवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने निर्देशक संजय लीला भंसाली से बात की हैं. शिवसेना ने कहा है कि यदि राजपूतों को किसी दृश्य से आपत्ति है तो फिल्मकार संजय लीला भंसाली को उसे हटाना चाहिए.

पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने राजपूत समुदाय के कुछ शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के दौरान संजय लीला भंसाली से बात की. राजपूत नेताओं ने इस मामले में उद्धव ठाकरे से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.

शिवसेना सांसद संजय राउत ने बाद में कहा, "हमने स्पष्ट कर दिया है कि कोई सौहार्द्रपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए, जिससे समुदाय के हित को नुकसान न हो. यदि राजपूतों को किसी दृश्य से आपत्ति है तो संजय लीला भंसाली को उसे हटाना चाहिए." उन्होंने कहा कि राजपूत रानी पद्मावती न सिर्फ राजस्थान के लोगों के लिए गौरव की स्रोत हैं, बल्कि पूरे देश के हिंदुओं के लिए भी.

वही, राजपूत समुदाय के नेता और भाजपा विधायक राज पुरोहित ने मांग की है कि भंसाली फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग रखें. उन्होंने कहा, 'यदि समुदाय को लगता है कि इसमें कोई आपत्त‍िजनक बात नहीं है, तब फिल्म रिलीज की जा सकेगी.

दूसरी ओर पद्मावती के देशभर में हो रहे विरोध के बाद फिल्म की लीड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के परिवार को सुरक्षा दी जा सकती है. जानकारी के अनुसार, कर्नाटक के गृह मंत्री ने डीजीपी को लिखा है कि वे दीपिका पादुकोण के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए.

दीपिका का परिवार बेंगलुरु में रहता है. अब इस मामले में पुलिस को तय करना है कि वह पुलिस बल तैनात करती है या फिर फौरी तौर पर सतर्कता बरतती है.

बता दें कि इससे पहले संजय लीला भंसाली के ऑफिस के बाहर भी पुलिस बल तैनात किया गया था. 15-16 पुलिसकर्मियों की टीम मुंबई में जुहू स्थित भंसाली के दफ्तर के बाहर तैनात किए गए थे.

'पद्मावती' में इतिहास के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कई संगठनों ने चेतावनी दी है. राजस्थान में शूटिंग के दौरान भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के सेट पर तोड़-फोड़ के साथ भंसाली के साथ हाथापाई की थी.

उधर, दूसरी ओर पुणे की एक अदालत ने फिल्म 'पद्मावती' के निर्देशक संजय लीला भंसाली और फिल्म के लीड कलाकारों समेत छह प्रतिवादियों को 'कारण बताओ'नोटिस जारी किया है.

इन सभी को मंगलवार को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है. वकील सुदीप केंजलकर और स्मिता पडोले ने मुकदमा दायर कर फिल्म 'पद्मावती' की पुणे जिले में रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है.

निर्देशक संजय लीला भंसाली ने कुछ मीडियाकर्मियों को फिल्म दिखाकर इस विवाद को समाप्त करने की कोशिश की है. हालांकि फिल्म को अभी केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से मंजूरी नहीं मिली है. अब इस फिल्म की रिलीज टल चुकी है. इसे अब जनवरी में रिलीज किया जा सकता है.







Next Story