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बैंक ऑफ महाराष्ट्र के MD और CEO गिरफ्तार, DSK ग्रुप लोन मामले में बड़ी कार्यवाही!
Arun Mishra
20 Jun 2018 9:15 PM IST

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3000 करोड़ के DSK ग्रुप लोन डिफॉल्ट मामले में पुणे पुलिस के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने बड़ा एक्शन किया है।
नई दिल्ली : 3000 करोड़ के DSK ग्रुप लोन डिफॉल्ट मामले में पुणे पुलिस के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने बड़ा एक्शन किया है। इस मामले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ एंड एमडी रविंद्र मराठे को अरेस्ट किया गया है। मराठे के अलावा बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरके गुप्ता सहित कुछ अन्य अधिकारियों को भी अरेस्ट किया गया है। जिसमें बैंक के पूर्व सीएमडी सुशील मुहनोत भी शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने दिवालिया हो चुके डीएसके ग्रुप को गलत तरीके से लोन दिलवाने में मदद की।
पुणे पुलिस के इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने अरेस्ट किए गए लोगों पर चीटिंग, फोर्जरी, क्रिमिनल कॉन्सिपिरेंसी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बैंक के पूर्व सीएमडी सुशील मुहनोत को जयपुर से अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने जांच में पाया है कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र के सीईओ रविंद्र मराठे समेत बैंक के कई अधिकारियों ने दिवालिया हो चुके बिल्डर डीएस कुलकर्णी को लोन दिलाने में मदद की। रिपोर्ट्स के अनुसार बैंक अधिकारियों को उनके दिवालिए होने की जानकारी थी।
डीएसके ग्रुप के प्रमुख डीएस कुलकर्णी पुणे बेस्ड बल्डिर हैं, जिन पर 4000 निवेशकों को धोखा देने का आरोप है। डीके और उनकी वाइफ हेमन्ती को इसी साल फरवरी में क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया था। कुलकर्णी पर बैंक का पैसा न चुकाने और सही समय पर फ्लैट न देने के आरोप थे। कुलकर्णी पर निवेशकों के 230 करोड़ रुपए भी नहीं लौटाने का आरोप है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 2 ऑफिशियल के अलावा जो लोग अरेस्ट हुए हैं, उनमें इनमें डीएसके ग्रुप के सीए सुनील घाटपांडे, इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के वाइस प्रेसिडेंट राजीव नेवासकर और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के जोनल मैनेजर नित्यानंद देशपांडे शामिल हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र सरकार ने कुलकर्णी, उनकी वाइफ और डीएसके ग्रुप के अधिाकारियों से जुड़ी 124 प्रॉपर्टीज, 276 बैंक अकाउंट और 46 व्हीकल्स अटैच करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था।
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