
मोदी के वित्त मंत्री गणित में फेल, शायद इसीलिए ले डूबे रेल

देश के मौजूदा वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्विट किया है. जिसमें पिछली सरकार के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ी हुई दिखाई गई है. इसमें जब आप अपने वित्त मंत्री के ज्ञान को देखेंगे तो जरुर कहेंगे कि क्या कुछ हो सकता है कभी नहीं न?
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि 2004-2014 के बीच पेट्रोल की कीमत ₹33 से ₹73 अर्थात ₹4/वर्ष तक बढी, जबकि 2014-2018 के बीच यह मात्र ₹1.33/वर्ष बढी, कच्चे तेल की कीमत गिरने से जो लाभ होता है, वह गरीबों के घर उज्ज्वला योजना से LPG पहुंचाने, सड़क बनाने, बिजली पहुंचाने व अन्य विकास योजनाओं में उपयोग होता है.
अब वित्त मंत्री 2004-2014 के बीच पेट्रोल की कीमत ₹33 से ₹73 में हुए इजाफा का अंतर 40 रूपये है जबकि उन्होंने अपने शब्दों में चार रुपया लिखा है. आखिर इतने साधारण जोड़ घटाने की बात न जानने वाला हमारा वित्त मंत्री है. वाह रे मोदी सरकार बिलकुल सत्य है.
2004-2014 के बीच पेट्रोल की कीमत ₹33 से ₹73 अर्थात ₹4/वर्ष तक बढी, जबकि 2014-2018 के बीच यह मात्र ₹1.33/वर्ष बढी, कच्चे तेल की कीमत गिरने से जो लाभ होता है, वह गरीबों के घर उज्ज्वला योजना से LPG पहुंचाने, सड़क बनाने, बिजली पहुंचाने व अन्य विकास योजनाओं में उपयोग होता है। pic.twitter.com/OKadCLJ0GX
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 2, 2018
अब देश में विकास का नहीं दिव्य ज्ञान का दौर चल रहा है. जिसमें त्रिपुरा की मुख्यमंत्री विप्लव देव ने महाभारत काल की बात तो बीते दिन यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने माँ जनक नंदिनी को टेस्ट ट्यूब वेवी बताया, अब वित्त मंत्री का ज्ञान समाने आया है. अब आप खुद समझदार है.




