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संध्या देवनाथन होंगी Meta की इंडिया हेड : 1 जनवरी 2023 से संभालेंगी जिम्मेदारी, जानें- इनके बारे में ये जरूरी बातें

Arun Mishra
17 Nov 2022 10:20 AM GMT
संध्या देवनाथन होंगी Meta की इंडिया हेड : 1 जनवरी 2023 से संभालेंगी जिम्मेदारी, जानें- इनके बारे में ये जरूरी बातें
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फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने संध्या देवनाथन को अपने इंडिया हेड की पोस्ट के लिए अपॉइंट कर लिया है.

Meta India Head: फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने संध्या देवनाथन को अपने इंडिया हेड की पोस्ट के लिए अपॉइंट कर लिया है. आपको बता दें कि देवनाथन 22 वर्षों के अनुभव और बैंकिंग, पेमेंट और टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम कर चुकी हैं और एक ग्लोबल बिजनेस लीडर हैं. उन्होंने वर्ष 2000 में दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से एमबीए पूरा किया, जैसा कि उनके लिंक्डइन प्रोफाइल में उल्लेख किया गया है.

देवनाथन 1 जनवरी 2023 को अपना पद संभालेंगी। संध्या की रिपोर्टिंग डैन नियरी के पास रहेगी, जो APAC रीजन के लिए मेटा के वाइस प्रेसिडेंट हैं।

अजीत मोहन की जगह पर संध्या की नियुक्ति हुई है। ​​​​​​देवनाथन 2016 से मेटा से जुड़ी हैं और सिंगापुर और वियतनाम के कारोबार को बढ़ाने में कंपनी की मदद कर रहीं हैं। इसके अलावा वो दक्षिण पूर्व एशिया में कंपनी द्वारा ई-कॉमर्स से जुड़ी शुरुआत के लिए भी काम कर रहीं थीं।

कई काम संभाल रहीं संध्या

फिलहाल संध्या मेटा Women@APAC के लिए एक कार्यकारी प्रायोजक (एग्जीक्यूटिव स्पॉन्सर) भी हैं, और गेमिंग इंडस्ट्री प्ले फॉरवर्ड की ग्लोबल लीड के तौर पर काम संभाल रही हैं। इसके अलावा, वह पेपर फाइनेंशियल सर्विसेज (Pepper Financial Services) के वैश्विक बोर्ड में भी हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया MBA

1998 में आंध्र यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद संध्या देवनाथन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से MBA किया। वह लीडरशिप का एक कोर्स के लिए 2014 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सेड बिजनेस स्कूल (Saïd Business School) गई थीं।

मेटा ने 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने इसी महीने अपने 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। कंपनी के 18 साल के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी हुई है। कर्मचारियों को निकालने का ऐलान कंपनी के CEO मार्क जुकरबर्ग ने किया। उन्होंने इसकी वजह गलत फैसलों से रेवेन्यू में आई गिरावट को बताया।

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