शिक्षा

अमन मस्कीन देश का पहला इंग्लिश ट्रेनर्स

सुजीत गुप्ता
30 Aug 2021 1:37 PM GMT
अमन मस्कीन देश का पहला इंग्लिश ट्रेनर्स
x

अमन मस्कीन भारत देश के सबसे चहिते स्पोकन इंग्लिश ट्रेनर्स मे से एक है | वे इंग्लिश के किसी भी मुश्किल कन्सेप्ट को नए आसान परिवर्तनात्‍मक तरीके से समझाने के लिए भारत एवं विश्वभर के बच्चों और स्पोकन इंग्लिश शिक्षकों मे काफी मशहूर है |

अमन द्वारा अविष्कारित इंग्लिश के दो नए कॉन्सेप्ट्स जैसे "TAV प्रिंसिपल" और "इंग्लिश स्पीकिंग बील्डिंग" बच्चों मे काफी लोकप्रिय हैं| बच्चों का ऐसा मानना है कि अमन सर के इन दोनों कॉन्सेप्ट्स की वजह से उनको पहले अपना इंग्लिश लेवल का पता चल जाता है और उसके साथ साथ वो अपने लेवल के हिसाब से इंग्लिश की प्रैक्टिस करते हैं | इन दोनों कॉन्सेप्ट्स को follow करने से उनको कम समय मे ज्यादा इंग्लिश बोलने मे सुधार अनुभव हुआ है | अमन ने इंग्लिश लैंग्वेज मे इन दो कॉन्सेप्ट्स के इलावा कई और कॉन्सेप्ट्स का भी अविष्कार किया हैं जिससे भारतीय बच्चो को इंग्लिश सीखने मे कम परेशानी उठानी पड़ती हैं |

पिछले वर्ष मे उनको Best Educationalist की केटेगरी मे "Global Excellence Award" से नवाज़ा गया और Josh talks youtube चैनल पर अपनी लाइफ स्टोरी से भारतीय बच्चो को मोटीवेट करने के लिए बुलाया गया | उस वीडियो के माध्यम से अमन साढ़े तीन लाख से ज्यादा बच्चो को प्रेरित कर चुके हैं | उनकी इन्ही सभी उपलब्धियों को मान्यता देते हुए उनको 25 अगस्त 2021 Brands Impact द्वारा आयोजित " "Education Excellence Awards" में "Most Celebrated Professional Communication Coach of the year 2021" अवार्ड से सम्मानित किया गया है|

अमन मस्कीन का सपना हैं कि वो हर भारतीय की इंग्लिश स्पीकिंग सुधारने मे उनकी मदद करे | वो समझते हैं कि स्कूल एवं कॉलेज मे पढ़ाई जाने वाली अंग्रेजी काफी ज्यादा technical हैं जो बच्चों को अच्छे नम्बर लाने मे मदद तो करती हैं परन्तु इंग्लिश बोलने का कॉन्फिडेंस नहीं दे पाती| सबसे ख़ास बात तो यह है कि अच्छी इंग्लिश बोलने के लिए स्कूल एवं कॉलेज मे पढाई जाने वाली इंग्लिश का सिर्फ 10 प्रतिशत ही काफी है| अमन समझते है कि स्पोकन इंग्लिश के लिए ज्यादा पढ़ने की ज़रुरत नहीं बल्कि महत्वपूर्ण चीजो को समझने और उनकी प्रैक्टिस करना जरूरी है| अमन भारत देश मे काफी चुनिंदा अध्यापको मे से एक है जो इंग्लिश ग्रामर को बिना किसी "sub +obj " के rules की मदद से बच्चो को समझा सकते हैं|

Next Story