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- कांग्रेस पर आक्रामक...
पिछले कुछ दिनों से विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस पर उसके नेताओं के बहाने भाजपा की तरफ से हमले तेज हो गए हैं। खासतौर से कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और उनके परिवार की घेराबंदी करने की कोशिशें ज्यादा की जा रही हैं। इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं राजनीतिक माहीरीन इस बारे में अलग अलग राय व्यक्त कर रहे हैं। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव में बिना बाधा के अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहती है जिसके लिए वह सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस को डराना चाहती है तथा कांग्रेस के बहाने छोटे क्षेत्रिय दलों को यह संदेश देना चाहती है कि यदि किसी ने रास्ते में रुकावट डालने की कोशिश की तो उन्हें सीबीआई और ईडी रूपी किसी भी डंडे से हांका जा सकता है। जिस प्रकार सोनिया गांधी को दफ्तर में बुलाकर इडी पूछताछ कर रही है और कुछ दिनों पहले राहुल गांधी को भी इडी द्वारा दफतर बुलाकर पूछताछ की गई थी उससे क्षेत्रिय दलों के प्रमुखों को सीधा संदेश दे दिया गया है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कहते हैं कि बीते आठ सालों में ईडी ने 3010 छापे मारे हैं मगर अफसोस भाजपा नेताओं के घर का रास्ता नहीं ढूंढ पाती।
अब सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि पूरे देश की राजनीति में कोई ऐसा दल नहीं है जो सीबीआई और ईडी के दबाव में न आ सकता हो। क्या हर दल ने भ्रष्टाचार किया है जो खुलकर कोई मैदान में आने को तैयार नहीं है। बकौल लोग पार्टी अध्यक्ष और भारत सरकार के सचिव रहे विजय शंकर पांडे कि सभी दलों द्वारा किया गया भ्रष्टाचार ही भाजपा को मजबूत किए हुए है और जिस दिन कोई साफ सुथरा आदमी सामने खड़ा हो गया उस दिन भाजपा का नाम लेवा देश में नहीं मिलेगा।
क्षेत्रीय दलों के खिलाफ सीबीआई और इडी की चल रही कार्रवाई से तो अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुत मजबूत टक्कर क्षेत्रीय दलों से मिलना नामुमकिन है। राष्ट्रपति चुनाव में जैसे क्रॉस वोटिंग हुई उससे भी यह साफ हो जाता है कि राजनीतिक दलों पर कितना दबाव बनाया गया होगा। अब केवल कांग्रेस के रूप में एक राष्ट्रीय पार्टी सामने रह जाती है उसे भी दबाव में लेने के प्रयास जारी हैं। इसके लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है। आज संसद में जो कुछ हुआ और सोनिया गांधी को बहस में घसीटा गया उससे भी अंदाज लगा सकते हैं कि असली निशाना कहां है। इसका जवाब देते हुए आचार्य प्रमोद कहते हैं कि कांग्रेस को खत्म करने के लिए गांधी परिवार की साख पर बट्टा लगाना जरूरी है। शायद भाजपा यही सोचकर गांधी परिवार को निशाने पर रखे हुए है।
लेकिन दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि भाजपा जिस प्रकार कांग्रेस को दुश्मन नंबर एक बना रही है उससे भाजपा विरोधी लोग कांग्रेस के पीछे लामबंद होते जाएंगे। इससे जनता में सीधा संदेश यही जाएगा कि भाजपा को मुकाबला सही मायने में कांग्रेस से हो सकता है।
क्षेत्रिय दलों के वोटर्स पर भी यही प्रभाव होगा कि वह इन दलों को छोड़कर काग्रेस के पीछे खड़े हो जाएं। वर्तमान समय खुद कांग्रेस के लिए बड़ी आजमाइश का समय है। यदि कांग्रेस अब डर गई तो फिर किसी सूरत में भी मुकाबले लायक नहीं बचेगी। गांधी परिवार को सीबीआई और ईडी के झटकों को मजबूती से झेलना होगा तब जाकर कहीं वह जनता में अपनी ताकत का एहसास करा पाएगी। अब देखना यह है कि गांधी परिवार कैसे इन दबावों को उतारने में कामयाब होगा।