दिल्ली

आप विधायक अमानतुल्लाह खान की बढी मुश्किलें, कोर्ट ने पांच दिन ACB की कस्टडी में भेजा,

Desk Editor
21 Sep 2022 1:10 PM GMT
आप विधायक अमानतुल्लाह खान की बढी मुश्किलें, कोर्ट ने पांच दिन ACB की कस्टडी में भेजा,
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अमानतुल्लाह को जांच एजेंसी के सवालों का सामना करना होगा

आप विधायक अमानतुल्लाह खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. आप विधायक को कोर्ट ने पांच दिन की एसीबी की कस्टडी में भेज दिया है. एसीबी ने तर्क दिया था कि आप विधायक के खिलाफ कई सबूत मिले हैं जिनके आधार पर पूछताछ होना जरूरी है. अब पांच दिन के लिए और अमानतुल्लाह को जांच एजेंसी के सवालों का सामना करना होगा. कोर्ट में दलील देते हुए एसीबी ने कहा था कि अभी चार में से दो दिन तो अमानतुल्लाह खान के इलाज में निकल गए.

ऐसे में कई और सवाल पूछे जाने बाकी हैं. सबूतों को लेकर जांच एजेंसी ने कहा कि एक डायरी मिली है जिसमें करोड़ों के लेनदेन का जिक्र हुआ है. ऐसे में आप विधायक की कस्टडी जरूरी है. इस बात पर भी जोर दिया गया कि कुछ पैसे दुबई भी भेजे गए हैं, किसी राजनीतिक दल को भी पैसे गए हैं. ऐसे में इन तमाम पहलुओं पर सवाल-जवाब होना जरूरी हो जाता है. सुनवाई के दौरान एसीबी ने इस बात की भी जानकारी दी कि अमानतुल्लाह खान के करीबी कौशर आलम को गिरफ्तार किया गया है.

वो आप विधायक का फंड मैनेजर है, उसी के घर पर एक डायरी भी मिली है जिसकी जांच की जा रही है. वहीं जांच एसेंजी ने किसी जीशान हैदर नाम के शख्स का भी जिक्र किया है, कहा गया है कि अमानतुल्ला की तरफ से उसे भी करोड़ों रुपये दिए गए हैं. इसके अलावा जांच में सामने आया है कि चार-चार करोड़ की दुकानें मामूली पेयमेंट पर दी गई हैं.

पहले Katra Neel मस्जिद में स्कूल संचालित होता था, लेकिन वहां दुकानें खोल दी गई हैं. ऐसे में इन्हीं तमाम सबूतों के आधार पर एसीबी अमानतुल्लाह की कस्टडी चाहती है. अब एसीबी ने तमाम दलीलें रखी हीं, अमानतुल्लाह खान के वकील रोहित मेहता ने भी कई सवाल दागे. उन्होंने कहा कि सिर्फ फोटो और वीडियो दिखाकर पुलिस क्या उनको पकड़ लेगी जो विदेश भाग गए हैं? ये.कह रहे है लड्डन फंड मैनेजर है, लेकिन क्या ये बता सकते हैं कि लड्डन और अमानतुल्लाह के बीच कोई ट्रांजेक्शन मिला?

जो पैसा बाहर भेजने की बात एसीबी कह रही, कोई सबूत दे पाए हैं, कोई डाक्यूमेंट्स नहीं है. डायरी वाले विवाद पर भी आप विधायक के वकील ने अपनी दलीलें दीं. उन्होंने कहा कि डायरी में कोई भी किसी का नाम लिख सकता है,

शुक्र है कि किसी संविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का नाम डायरी में नहीं है. जोर देकर ये भी कहा गया कि जांच एजेंसी जब चार दिन में कुछ भी साबित नहीं कर पाई है तो 40 दिनों में भी कुछ साबित नहीं कर पाएगी. लेकिन अभी के लिए एसीबी को पांच और दिन की कस्टडी मिल गई है, ऐसे में सवाल भी दागे जाएंगे और सबूत भी पेश किए जाएंगे।

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