दिल्ली

केजरीवाल का वादा, 2025 में खुद लगाऊंगा डुबकी, समझिए वो 6 प्वाइंट जिनके जरिए साफ होगी यमुना!

Arun Mishra
18 Nov 2021 9:33 AM GMT
केजरीवाल का वादा, 2025 में खुद लगाऊंगा डुबकी, समझिए वो 6 प्वाइंट जिनके जरिए साफ होगी यमुना!
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अगले चुनाव के पहले मैं खुद यमुना में डुबकी लगाऊंगा और आप सबको भी डुबकी लगाऊंगा।

दिल्ली में मैली यमुना पर चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि अगले चुनाव से पहले यमुना साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यमुना को साफ करने के लिए 6 एक्शन प्लान बनाए हैं और इसका काम युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने कहा, दिल्ली के कुछ नालों को डायवर्ट किया जा रहा है। बता दें कि कि पिछले कुछ दिनों से यमुना में तैर रहे अमोनिया के झाग और गंदगी को लेकर दिल्ली में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं। छठ पूजा के अवसर पर दिल्ली के छठ व्रतियों को यमुना के कैमिकल युक्त गंदे पानी में डुबकी लगाने को मजबूर होना पड़ा।

सीएम केजरीवाल ने कहा, सभी देशवासी चाहते हैं कि दिल्ली से गुजरते समय यमुना साफ रहनी चाहिए। यमुना को इतना गंदा होने में 70 साल लगे। 70 साल का जो खराब किया हुआ सारा काम है यह 2 दिन में तो ठीक नहीं हो सकता। मैंने दिल्ली वालों को चुनाव में वायदा दिया था कि अगले चुनाव तक यमुना को मैं साफ कर दूंगा। अगले चुनाव के पहले मैं खुद यमुना में डुबकी लगाऊंगा और आप सबको भी डुबकी लगाऊंगा। उन्होंने कहा, यमुना को साफ करने के लिए 6 एक्शन प्लान बनाए है और मैं उन सभी पर लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

पहला प्वाइंट

दिल्ली का काफी सीवर बिना ट्रीट किए हुए यमुना में डाल दिया जाता है जिससे यमुना गंदी होती है। अभी हमारे पास दिल्ली में 600 एमजीडी सीवर साफ करने की क्षमता है, जबकि चाहिए 850 के करीब। पहला सीवर ट्रीटमेंट के ऊपर युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है जिसमें 3 चीजें हो रही हैं। नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बन रहे हैं, दूसरा जो मौजूदा प्लांट हैं उनकी क्षमता बढ़ा रहे हैं, तीसरा जो मौजूदा प्लांट हैं उनकी टेक्नोलॉजी को बदल रहे हैं ताकि जो सीवर उसमें से ट्रीट होकर निकले वह साफ होना चाहिए। कम से कम 10*10 शुद्धता का पानी होना चाहिए।

दूसरा प्वाइंट

दिल्ली में बहुत सारे गंदे नाले बहते हैं जो यमुना को गंदा करते हैं, 4 गंदे नालों में वहीं पर अलग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके वहीं पर पानी की सफाई कर रहे हैं, कुछ नालों के पानी को डायवर्ट किया जा रहा है।

तीसरा प्वाइंट

जो इंडस्ट्रियल वेस्ट है उसके बारे में कागजों में लिखा हुआ है कि वे ट्रीट कर रहे हैं, लेकिन असल में वे ट्रीट नहीं हो रहा है। हम इंडस्ट्रियल वेस्ट पर नकेल कसेंगे, जो इंडस्ट्री ट्रीटमेंट के लिए अपना वेस्ट नहीं भेजेगी उसको बंद कर दिया जाएगा।

चौथा प्वाइंट

दिल्ली में जितने झुग्गी झोंपड़ी कलस्टर हैं उनमें अलग अलग टॉयलेट हैं, उन टायलेट की अधिकतर गंदगी तो सीवर में जाती है लेकिन कई जगहों पर उस गंदगी को नालियों में बहा दिया जाता है। नालियों में गंदगी को बहाने को रोका जाएगा।

पांचवा प्वाइंट

बहुत सारे ऐसे इलाके हैं जहां पर सीवर का नेटवर्क बिछाया गया है लेकिन कई लोगों ने सीवर के कनेक्शन नहीं लिए हैं और अपने घरों की गंदगी को वे नालों में बहा देते हैं। लोगों की जिम्मेदारी होती थी कि सीवर का कनेक्शन लें लेकिन लेते नहीं थे, अब हमने तय किया है कि आपके घर तक का सीवर का कनेक्शन हम खुद लगा देंगे, किसी को उसके लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी, उसके बहुत कम चार्ज लगेंगे जिन्हें पानी के बिल के जरिए वसूल लिया जाएगा। पूरा ट्रांस यमुना के एरिया में सीवर नेटवर्क लग चुका है लेकिन वहां से भी नालियों से गंदगी बह रही है।

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