दिल्ली

महिला और चार बच्चों की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच आया सामने, पुलिस भी हैरान

सुजीत गुप्ता
22 Jan 2022 8:43 AM GMT
महिला और चार बच्चों की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच आया सामने, पुलिस भी हैरान
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देश की राजधानी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में महिला और उसके चार बच्चों की मौत अंगीठी के धुएं के कारण दम घुटने से हुई। बृहस्पतिवार को पांचों शवों का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया। शुरूआती रिपोर्ट में कहा गया है कि चारों की मौत दम घुटने से हुई है।

हालांकि पुलिस को अभी विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। जिसमें पता चलेगा कि उन्हें कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं दिया गया था। बुधवार दोपहर में राधा नाम की महिला और उसके चार बच्चे कोमल, नितिन, रोशनी व आरव का शव कमरे से मिला था। शुरुआत में आशंका जाहिर की जा रही थी कि राधा के पति मोहित ने परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी है। वह भी परिवार के साथ कमरे में सो रहा था लेकिन वह बच गया था। पुलिस ने दो दिन तक उसे हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया है। जांच के दौरान कमरे से अंगीठी को जब्त किया गया था। पुलिस ने इस मामले में लापरवाही से मौत का केस दर्ज कर जांच में जुटी है।

पुरानी सीमापुरी इलाके के एक मकान में बुधवार दोपहर को राधा (32), उसके बच्चे कोमल (11), नितिन (8), रोशिनी (6) और छोटा बेटा आरव (4) मृत मिले थे। कमरे में सर्दी से बचने के लिए अंगीठी जली हुई थी। वारदात के समय कमरे में महिला का पति मोहित भी मौजूद था। घटना में वह बच गया।

आरोप लगे कि मोहित ने ही सभी की हत्या कर इसे हादसे की शक्ल देने का प्रयास किया। इसी आधार पर पुलिस ने मोहित को हिरासत में लिया और पूछताछ में जुट गई। अब पोस्टमार्ट की शुरूआती रिपोर्ट में कहा गया है कि चारों की मौत दम घुटने से हुई है।

हालांकि महिला का पति मोहित कालिया लगातार खुद को बेकसूर बता रहा था। उसका दावा था कि वह घटना वाली रात को अपने कमरे पर ही बच्चों के साथ सो रहा था। उसने शराब पीने के अलावा गांजा भी पिया हुआ था। ठंड अधिक होने के कारण कमरे में अंगीठी जल रही थी। अधिक शराब पीने के कारण उसे बार-बार पेशाब आ रहा था। इसके लिए वह कई बार उठकर कमरे से बाहर निकला। मोहित का दावा है कि इसी वजह से उसकी जान बची।

सुबह 11.00 बजे जब मकान मालिक अमरनाथ ने आकर दरवाजा बजाया तो उसकी आंख नहीं खुली। वह उठा तो देखा कि पत्नी व तीन बच्चों के शरीर अकड़े पड़े थे। उनकी रात में ही किसी समय मौत हो गई थी। छोटे बेटे आरव का शरीर उसे गर्म लगा। उसने पड़ोसी को सारी बात बताई और मासूम आरव को लेकर सीधा हेडगेवार अस्पताल पहुंच गया। यहां पर उसके बेटे आरव को भी मृत घोषित कर दिया गया था।

सुजीत गुप्ता

सुजीत गुप्ता

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