
दिल्ली : 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढने वाली सीमा ढाका बनीं आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिसकर्मी

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की महिला हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका (Head Constable Seema Dhaka) नई इंसेंटिव स्कीम के तहत तीन महीनों के अंदर ही वक्त से पहले प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिसकर्मी बन गई हैं. सीमा ढाका को 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढ निकालने के लिए यह आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन दी गई है. दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया कि उत्तरी दिल्ली में समयपुर बादली स्टेशन में तैनात सीमा ढाका OTP (out-of-turn promotion) पाने वाली पहली पुलिस कर्मचारी हैं.
बयान में बताया गया है कि सीमा ढाका ने 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढा था, जिसमें से 56 की उम्र 14 साल से कम है. यह बच्चे बस दिल्ली के ही नहीं, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे दूसरे राज्यों से भी हैं. सीमा ढाका की उनके वरिष्ठ अफसरों ने तारीफ भी की है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि 'महिला हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका नए इंसेंटिव स्कीम के तहत तीन महीनों में ही 56 गुमशुदा बच्चों को बचाने पर आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिसकर्मी बनने के लिए बधाई की पात्र हैं. उनके जज्बे और इन परिवारों की खुशी लौटाने के लिए उनको सलाम.'
Delhi: Woman head constable Seema Dhaka of Samaypur Badli receives out-of-turn promotion for tracing 76 missing children.
— ANI (@ANI) November 19, 2020
"It gives me joy to see children reunite with parents. I'm happy that the Police Commissioner rewarded my work. This might encourage others also," she says. pic.twitter.com/mq5MFyTvMK
दिल्ली पुलिस के बयान के मुताबिक, यह नई इंसेंटिव स्कीम 5 अगस्त से लागू है. इसमें कहा गया है कि पुलिसकर्मियों को उत्साहित करने के लिए यह स्कीम रखी गई है कि कोई भी कॉन्स्टेबल या हेड कॉन्स्टेबल 50 या इससे ज्यादा 14 साल से कम उम्र के (15 बच्चों की उम्र आठ साल से कम) गुमशुदा बच्चों को एक साल के भीतर ढूंढ लाएगा, उसे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया जाएगा.
पुलिस ने बताया है कि इस आदेश के बाद गुमशुदा बच्चों की तलाश और बरामदगी की प्रक्रिया में गजब का बदलाव देखा गया है. अगस्त, 2020 से बहुत से बच्चों को ढूंढ निकाला गया है. पुलिस ने कहा है कि इससे दुखी परिवारों की खुशी भी वापल लौटी है और इन छोटे बच्चों को उनके गलत इस्तेमाल और शोषण से भी बचाया गया है.