
JNU अंधेरगर्दी:JNU हिंसा पर राहुल,सोनिया गांधी का आया बड़ा बयान

नई दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार शाम तोड़फोड़ और जेएनयू स्टूडेंट-टीचर्स के ऊपर हुए हमले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रविवार देर रात को कुछ नकाबपोश हमलावरों ने यहां छात्रों-फैकल्टी मेंबर पर हमला कर दिया, जिसमें दो दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए हैं भड़की हिंसा को लेकर जहां सरकार और विपक्षी दल आमने सामने हैं,
हिंसा पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा बयान दिया है सोनिया गांधी ने कहा है कि आज देश में युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाया और उनका मज़ाक बनाया जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार के संरक्षण में देश के युवाओं की आवाज को दबाकर गुंडों द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। जेएनयू में हुई हिंसा पर सोनिया गांधी ने कहा कि कल जेएनयू में छात्रों-फैकल्टी पर हुआ हमला सरकार के द्वारा लोगों की असहमति की आवाज़ को दबाने के लिए याद किया जाएगा।
राहुल ने भी साधा था निशाना
इससे पहले रविवार शाम को ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से इस हिंसा पर ट्वीट किया गया था. राहुल ने ट्विटर पर लिखा था कि नकाबपोश बदमाशों की ओर से जेएनयू छात्रों और शिक्षकों पर किया गया क्रूर हमला चौंकाने वाला है. इसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए. भारत को फासिस्ट कंट्रोल कर रहे हैं. बहादुर छात्रों की आवाज से फासीवादी ताकतें डर रही हैं. जेएनयू में आज की हिंसा उसी डर को दिखाती है।
बतादें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) कैंपस में रविवार शाम छात्र गुटों में जमकर मारपीट हुई। इससे दोनों पक्षों के 26 से अधिक छात्र घायल हो गए, जिनमें से 12 के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। घायलों में छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष सहित महिला शिक्षक भी हैं।
जेएनयू छात्रसंघ ने मारपीट व तोड़फोड़ का एबीवीपी पर आरोप लगाया है। जबकि, एबीवीपी का कहना है कि यह सब लेफ्ट ने किया है। बताया जाता है कि नकाब पहने 40 से 50 युवकों की भीड़ कैंपस में पहुंची और हॉस्टल में घुसकर हमला किया। कई वाहनों को तोड़ दिया गया। देर रात तक 23 घायलों को एम्स ट्रामा और 3 को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।