

Jyeshta Month 2023: जैसा कि सभी को पता है कि वैशाख के बाद अब ज्येष्ठ मास आता है। ज्येष्ठ मास की शुरुआत 6 मई से होने वाली है। वही वैशाख माह का समापन 5 मई को होगा। इस दिन वैशाख पूर्णिमा भी है और इसी दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी पड़ेगा जेठ महीने में कई प्रमुख त्यौहार और व्रत भी आते हैं तो आइए आज आपको बताते हैं कि कौन सा व्रत किस दिन पड़ेगा और कौन सा त्यौहार आएगा इस महीने
Jyeshta Month 2023 Festivals and Fasting List: ज्येष्ठ मास में जहां गर्मी अपनी तीव्रता पर होती है. वहीं, इस माह में बहुत से महत्वपूर्ण त्योहार भी होते हैं. पति की दीर्घायु और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला पर्व वट सावित्री भी इसी माह में 19 मई शुक्रवार को अमावस्या के दिन होगा.
जैसा कि लोग हमेशा से ही जानते हैं कि सावित्री ने पति धर्म का पालन करते हुए यमराज को भी प्रसन्न कर दिया था और अपने पति के प्राणों को उनसे छुड़वा कर वापस ले आई थी और अपने पति को जीवित कर दिया था इसी जेष्ठ मास में लोगों के पापों को धोने वाली पतित पावनी मां गंगा का स्वर्ग से आगमन भी हुआ था जो शुक्ल पक्ष की दशमी के दिन हुआ था जिस वजह से गंगा दशहरा मनाया जाता है।
इस बार यह 30 मई मंगलवार के दिन पड़ेगा।अगले दिन 31 मई बुधवार को निर्जला एकादशी पड़ेगी। हमारे यहां हजारों साल से ॠषि महारथियों ने व्रत पर्व की अनोखी परंपरा बना रखी है जिसमें निर्जला एकादशी भी है। यह व्रत व्यक्तियों के संयम की परीक्षा लेने के लिए बनाया है। जिस तरह अगर सोने को आग में तपाया जाए तो और चमकता है। उसी प्रकार अगर व्यक्ति को अपनी इच्छित वस्तु को देने के लिए तप जैसे व्रत बनाए गए हैं, जिनमें निर्जला एकादशी भी है.
इस दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक जल भी नहीं ग्रहण किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने के बाद विधिपूर्वक जल कलश दान करने से वर्ष भर की एकादशियों का पुण्य प्राप्त होता है.
जाने जेठ मास के सभी त्यौहार और व्रत की पूरी लिस्ट
- 6 मई, शनिवार- ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष प्रारंभ
- 7 मई, रविवार- देवर्षि नारद जयंती
- 9 मई, मंगलवार- अंगारकी चतुर्थी
- 12 मई, शुक्रवार- शीतलाष्टी
- 15 मई, सोमवार- अचला एकादशी
- 17 मई, बुधवार- प्रदोष व्रत
- 19 मई, शुक्रवार- वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
- 20 मई, शनिवार- ज्येष्ठ मास शुक्लपक्ष प्रारंभ, करवीर व्रत
- 22 मई, सोमवार- पार्वती पूजा
- 23 मई, मंगलवार- वैनायकी गणेश चतुर्थी
- 24 मई, बुधवार- श्रुति पंचमी
- 30 मई, मंगलवार- गंगा दशहरा
- 31 मई, बुधवार- निर्जला एकादशी
- 1 जून, गुरुवार- चंपक द्वादशी
- 4 जून, रविवार- पूर्णिमा, संत कबीर जयंती




