दिल्ली

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस अभियान पर देश के युवाओं का मिला खुला समर्थन

Shiv Kumar Mishra
17 Sep 2020 2:19 PM GMT
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस अभियान पर देश के युवाओं का मिला खुला समर्थन
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आजाद भारत के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर मजबूरन देश के युवाओं ने राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया गया. आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर देश का युवा इतना आक्रोशित क्यों है ? दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ. अनिल कुमार मीणा ने बताया कि भारतीय युवा कांग्रेस ने देश के युवाओं में फैली बेरोजगारी की समस्या को महसूस किया है| पिछले कई दिनों से भारतीय युवा कांग्रेस ने महा अभियान रोजगार दो का कार्यक्रम चला रखा है| फिलहाल देश एक तरफ जहां करोना महामारी से त्रस्त है. युवा बेरोजगार है. GDP लगातार गिरती जा रही है. चीन भारत की सीमाओं में घुसकर पिकनिक मना रहा है, वहीं दूसरी ओर आज भाजपा प्रधानमंत्री के जन्मदिवस को हर्षोल्लास के साथ मना रही है. डॉ. अनिल मीणा ने कहा कि देश में बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ती जा रही है, युवा आत्महत्या कर रहा है. देश के कई युवाओं ने आत्महत्या करने से पहले अपने सुसाइड नोट में बेरोजगारी को आत्महत्या का कारण बता रहे हैं , सीधे गुनाहगार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं. उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के चक्कर में देश के करोड़ों युवाओं का रोजगार चला गया है. डॉ. बाबा साहब अंबेडकर के संविधान में जहां लोकतंत्र में सबको अपनी आवाज रखने का अधिकार मिला हुआ था सरकार उसको भी लगातार कुचल रही है. लोकतांत्रिक तरीको से कहने पर भी युवाओं को पीटा गया और असंवैधानिक तरीके से इन्हें गिरफ्तार किया गया, बर्बर तरीके इसे इन्हें घसीटा गया.

प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि युवाओं को प्रतिवर्ष 2 करोड रोजगार दूंगा। आपके शहर में नौकरी मिलेगी, शाम को आप घर जाकर अपने मां बाप के पास बैठ सकेंगे। किंतु मोदी के गैर जिम्मेदाराना फैसलों से नोटबंदी से दो करोड़ युवाओं की नौकरी गई, जीएसटी से करोड़ों कारोबार तबाह हो गए, बिना प्लान के लॉकडाउन से अब तक 15 करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरियां जा चुकी है। ऐसे में युवा कांग्रेस ने फैसला लिया है कि मोदी जी के जन्म दिवस को राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रुप में मनाया जाए क्योंकि मोदी जी सही मायने में देश में फैली बेरोजगारी के लिए विशुद्ध रूप से जिम्मेदार हैं। भारत में बेरोज़गारी की दर पिछले 6 सालों में इतनी बढ़ा दी जो पिछले 46 सालों में नहीं थी। मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण आज लोग बेरोज़गारी का भीषण दंश झेल रहे हैं। लघु उद्योग, मध्यम उद्योग और प्रतिदिन काम करके आजीविका पाने वाले लोग रोजगार बंदी के कगार पर हैं. भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि भर्तियां आती ही नहीं, भर्तियां आती है और अटक जाती हैं।

कई भर्तियों के रिजल्ट आ जाते हैं मगर ज्वाइनिंग नहीं होती है। सरकारी नौकरियों में संविदा का प्रावधान लाकर 5 साल युवाओ को बंधुवा मजदूर बना कर रखेगी सरकार, फिर भी नौकरी की गारंटी नहीं दे रही है. 50 साल की आयु से वॉलंटियरी रिटायरमेंट प्लान की तलवार लटकेगी तो एक साधारण व्यक्ति 10-15 साल की सरकारी नौकरी के लिए अपने 50 साल लगा देगा. देश का बेरोजगार युवा, लघु और मध्यम उद्योगपति ,खुदरा व्यपारी और निजीकरण की तलवार के नीचे काम कर रहे पब्लिक सेक्टर में काम कर रहे कर्मचारियों की रोजगार निश्चित नहीं है | भारतीय युवा कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा जी ने कहा कि मोदी सरकार के कारनामे बड़े अजीब हैं बुलेट ट्रेन लाते-लाते रेलवे को उद्योगपति मित्रों को बेच दिया, रोजगार लाते-लाते नौकरियां खत्म, महंगाई दूर करते-करते सब्सिडी खत्म, सबका साथ सबका विकास करते-करते भाईचारा खत्म, स्वास्थ्य बीमा देते-देते जीवन बीमा खत्म और अब नई शिक्षा नीति लाकर शिक्षा को खत्म कर रहे हैं. एक कहावत तो सुनी होगी ' ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी' अर्थात समाज में ना शिक्षा रहेगी और ना देश के युवा रोजगार मांगेंगे.

आज भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के जश्न को सोशल मीडिया पर जोर शोर से चलाया वहीं भारतीय युवा कांग्रेस ने बेरोजगारी को लेकर राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस का टि्वटर हेस्टैक चलाया जिसका देश के युवाओं ने पूरा समर्थन किया. भारतीय युवाओं द्वारा चलाया गया बेरोजगारी का मुद्दा विश्व स्तर पर प्रथम स्थान पर रहा. डॉ अनिल मीणा ने कहा कि यह देश के बेरोजगार युवाओं की आवाज को जन्मदिन से नहीं दबाया जा सकता. युवा आक्रोश ने यह तय कर दिया है कि आगामी चुनाव में रोजगार का मुद्दा अहम रहेगा.

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