
भारत के नाम पर विपक्ष के 26 दलों के खिलाफ पुलिस मे दर्ज की गई शिकायत

शिकायत के अनुसार, प्रतीक अधिनियम में कहा गया है कि भारत संघ का नाम है और इसलिए भारत नाम किसी व्यक्ति द्वारा उपयोग करने से प्रतिबंधित है।दिल्ली के रहने वाले अवनीश मिश्रा नामक वकील ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कांग्रेस समेत 26 राजनीतिक दलों द्वारा अपने गठबंधन का नाम इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस- INDIA) रखना एंबलम एक्ट-2022 (प्रतीक अधीनियम) का उल्लंघन है और इसलिए ये सभी दल इस अधिनियम की धारा-5 के तहत दंडित किए जाने के पात्र हैं.
दिल्ली पुलिस को अपने गठबंधन का नाम 'भारत' रखने के लिए 26 विपक्षी दलों के खिलाफ शिकायत मिली है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस एफआईआर दर्ज करने से पहले मामले के तथ्यों की जांच कर रही है।विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस-INDIA) रखने को लेकर दिल्ली के बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन में इस गठबंधन में शामिल सभी 26 राजनीतिक दलों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई.
एक अधिकारी ने कहा, दिल्ली निवासी डॉ. अवनीश मिश्रा द्वारा दायर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पार्टियों ने चुनाव के दौरान अनुचित प्रभाव के लिए नाम का इस्तेमाल किया है।मंगलवार को, 26-पार्टी मोर्चे ने खुद को भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन, या इंडिया नाम दिया।
शिकायत के अनुसार, प्रतीक अधिनियम में कहा गया है कि भारत संघ का नाम है और इसलिए भारत नाम, किसी व्यक्ति द्वारा उपयोग करने से प्रतिबंधित है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि अधिनियम की धारा 5 में जुर्माने के साथ सजा का प्रावधान है जो 500 रुपये तक हो सकता है।इसके अलावा, 26 राजनीतिक दलों ने चुनावी उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से 2024 में आम चुनाव लड़ने के लिए एक गठबंधन बनाया है।अपने गठबंधन को 'INDIA' नाम देकर, इन दलों ने भारतीय मतदाताओं पर अनुचित प्रभाव डालने का प्रयास किया है।
बता दें कि विपक्ष के 26 दलों की बेंगलुरु में हुई बैठक में मंगलवार को इस गठबंधन के लिए ‘इंडिया’ नाम चुना गया है. वहीं विपक्षी दलों ने 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसके लिए ‘जीतेगा भारत’ टैगलाइन को चुना है. इस नए गठबंधन का नेता और चेहरा कौन होगा, इसको लेकर फिलहाल तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह जरूर कहा कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है.