
आज थोड़ी देर में पार्ट-2 वार्ता के लिए शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों के तरफ रुख करेंगे वार्ताकार, जानिए पार्ट-1 में क्या हुआ था?

नागरिकता कानून के खिलाफ 15 दिसंबर से सड़क जाम कर चल रहे प्रदर्शन का हल निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित मध्यस्थता पैनल आज फिर से शाहीन बाग पहुंचेगा। खबर है कि दोपहर तीन बजे तक सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन शाहीन बाग पहुंचकर आगे की बातचीत करेंगे। इससे पहले बुधवार को भी संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए शाहीन बाग पहुंचे थे।लेकिन बातचीत में कोी नतीजा नही निकला।
शाहीन बाग वार्ता पार्ट-1
सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त मध्यस्थ संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन टीम के अन्य लोगों के साथ बुधवार को दिल्ली के शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे प्रदर्शनकारियों और मध्यस्थों के बीच हुई बातचीत किसी नतीजे पर नहीं निकली. मध्यस्थों ने कहा है कि वे रविवार तक बातचीत जारी रखेंगे. साधना रामचंद्रन ने कहा, "हम गुरुवार को प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए फिर आएंगे."
साधना रामचंद्रन ने कहा कि, 'सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि, आंदोलन करना आपका हक है, जो बरकरार है. सुप्रीम कोर्ट में कानून को चुनौती दी गई है. हम सबकी तरह और भी नागरिक हैं जिनके हक हैं, बहुत से लोग ये रोड इस्तेमाल करते हैं. दुकानदार, डॉक्टर, बच्चे स्कूल जाएं. सुप्रीम कोर्ट कहता है कि, 'आंदोलन करना आपका हक है, लेकिन दूसरे का हक़ ना छीना जाए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि, सबका हक़ बरकरार रहना चाहिए. हमें सुप्रीम कोर्ट ने भेजा है, आपको बताने के लिए. आपके साथ मिलकर हल निकालने के लिए. हम, आप सबकी बात सुनना चाहते हैं. आपकीं हर बात सुनेंगे. अच्छी-बुरी सब बात. आप चाहते हैं कि हम आपसे बात करें. चाहते हो? जनता ने हां में जवाब दिया.'
इससे पहले संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बातचीत की. संजय हेगड़े ने कहा कि, 'हम आपकी बात सुनने आए हैं. मध्यस्थ मीडिया के सामने बातचीत नहीं करेंगे. मध्यस्थों ने मीडिया को धरना स्थल से हटा दिया है. वार्ता के बाद मीडिया को जानकारी दे दी जाएगी. वहीं प्रदर्शनकारी, मीडिया के सामने बातचीत करना चाहते हैं.दोनों अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश लोगों को सुनाया और कहा कि वे बातचीत कर मसले का हल निकालने आए हैं। संजय और साधना ने मीडिया की मौजूदगी में बातचीत करने से इनकार कर दिया। मीडिया को अलग कर महिलाओं से बातचीत की गई।
वार्ताकारों ने सबसे पहले दादियों को सुना
शाहीन बाग पहुंचे वार्ताकारों ने सबसे पहले धरना प्रदर्शन कर रहीं दादियों से बातचीत की. सीनियर एडवोकेट संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने कहा कि हम सबसे पहले शाहीन बाग की दादियों की बात सुनेंगे. इसके बाद बाकी महिलाओं से बात की जाएगी. संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हम यहां पर आप सभी की बात सुनने आए हैं. हम सबकी बात आराम से सुनेंगे।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वार्ताकारों के सामने अपनी बात रखी. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि चाहे हम पर गोली चलाई जाए, लेकिन जब तक नागरिकता संशोधन अधिनियम वापस नहीं ले लिया जाता है, तब तक हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हमको देशद्रोही कहा जा रहा है और कुछ लोग हमको गोली मारना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम देशद्रोही नहीं हैं, बल्कि देशभक्त हैं. हमने अंग्रेजों से लोहा लिया है.
शाम करीब 5 बजे लौटते समय संजय हेगड़े ने कहा कि वे सबकी बातें सुनकर बहुत प्रभावित हुए हैं। हम लोग बातचीत से इस मसले का हल जरूर निकाल लेंगे। वहीं साधना रामचंद्रन ने कहा कि इस मामले का हल एक दिन में नहीं निकल सकता। प्रदर्शनकारी गुरुवार को हमसे फिर से बात करना चाहते हैं, इसलिए हम दोबारा आएंगे।