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सीसैट पीड़ित यूपीएससी छात्रों ने कहा कि क्या सत्ता का नशा इस कदर सर चढ़ गया है कि जो युवा सत्ता में लेकर आये थे, उन्हें ही नज़रअंदाज़ कर दिया? UPSC के हज़ारों युवाओं की एक ही गुहार है:#CompensatoryAttempts हमारे पांच दोस्त भूख हड़ताल पर भी है, पर सरकार को न उनके भविष्य की परवाह है न ही उनकी सेहत की। अगर इन साथियों को कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?
सीसैट पीड़ित यूपीएससी छात्रों की बात सुनने की बजाए बार बार हमपर बल प्रयोग किया जा रहा है। इस कड़ाके की ठंढ में रात को आग बुझाना, प्रदर्शनस्थल पर पानी फेंकना, ज़ोर ज़बरदस्ती और हर यातना दी जा रही, बस हमारी बात नहीं सुनी जा रही। यह बात सीसैट पीड़ित यूपीएससी छात्रों ने कही।
सीसैट पीड़ित यूपीएससी छात्रों की इस बात का समर्थन स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव भी इसके समर्थन में आ गये है। उनका कहना है कि देश के कर्णधार युवाओं की बात को सरकार को सुनना चाहिए और उस पर अमल भी करना चाहिए।