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बाबा, संत आदि को करोड़ो का घाटा, धर्म की इंडस्ट्री खतरे में राहत पैकेज की मांग

Shiv Kumar Mishra
26 May 2020 8:22 AM GMT
बाबा, संत आदि को करोड़ो का घाटा, धर्म की इंडस्ट्री खतरे में राहत पैकेज की मांग
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देश मे कुल कितने बाबा और तथाकथित संत है, इनकी सही संख्या बताना तो बहुत कठिन है ।

महेश झालानी

मजदूरों, दुकानदार, व्यवसायियों और फैक्ट्री मालिक आदि का सरकार पूरा ख्याल रख रही है । इनके पुनर्वास तथा कारोबार को पटरी पर लाने के लिए राहत पैकेज की भी घोषणा की जा रही है । लेकिन बेचारे संत, महात्मा तथा बाबाओं के प्रति सरकार पूरी तरह उपेक्षित है । जया किशोरी तथा मोरारी बापू जैसे लोगो को कोरोना काल मे सैकड़ो करोड़ का घाटा हो चुका है । जब सारे आयोजन ही बन्द है तो धंधा कैसे होगा ?

देश मे कुल कितने बाबा और तथाकथित संत है, इनकी सही संख्या बताना तो बहुत कठिन है । लेकिन करीब सौ ऐसे लोग है जो भजन, कथा, नानी बाई को मायरो तथा समोसा व चटनी के माध्यम से प्रति वर्ष हजारों करोड़ रुपये तक कमा रहे है । गरीबों से इनका दूर दूर तक कोई ताल्लुक नही है । अमीरों के समारोह में ये अक्सर मंडराते देखे जा सकते है ।

कई बाबाओं ने तो वर-वधु को आशीर्वाद तक की फीस तक तय कर रखी है । अम्बानी टाइप के रईस से ये 50 लाख रुपये तक आशीर्वाद देने के वसूलते है । हवाई जहाज से आना, आलीशान होटल में ठहरना और काजू-बादाम का नाश्ता करना इनका शौक है । कई महीने पहले बुकिंग तय करनी पड़ती है । वरना संत कहीं और की भी उड़ान भर सकते है ।

सबसे पहले बात कर लेते है समोसा किंग निर्मल (बाबा) की । स्वयंघोषित निर्मल को दिव्य दृष्टि से भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में सबकुछ पता लग जाता है । जिसकी कृपा अटकी रहती है, उसका समोसे से इलाज किया जाता है । समस्या गंभीर होने पर लाल या हरी चटनी के जरिये व्यक्ति को समस्या से मुक्ति दिलाई जाती है ।

पहले कभी कफ़न बेचने वाले निर्मल के पास 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है । पहले रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है । उसके बाद ही समागम स्थल में प्रवेश हो सकता है । रजिस्ट्रेशन की फीस 2 से 11 हजार रुपये है । फेक लोगो को खड़ा कर उनसे कहलवाया जाता है कि जब से बाबा के दरबार मे आने लगा है, उसके कष्टों का निवारण होने लगा है । बिना इजाजत किसी को सवाल करने की इजाजत नही होती है ।

आशाराम के कर्मकांडो से कौन व्यक्ति अनभिज्ञ होगा । दस हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक आशाराम और उसके पुत्र का काम नई नई लड़कियों को जाल में फंसाकर उनके साथ बलात्कार तथा यौन शोषण करना रहा है । कई लड़कियों को गायब करने का भी आरोप है इस ढोंगी बाबा पर । इसकी लड़की बाप और भाई के लिए लडकिया फसाने का धंधा करती थी । नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी सहित अनेक लोग आज भी इस बाबा को श्रद्धा की नजर से देखते है । फिलहाल यह जेल की हवा खा रहा है ।

मोरारी (बापू) का किस्सा मैंने हाल ही में विस्तार से लिखा था । कथा वाचन के नाम पर 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मालिक बन गया है । ऐरा गेरा तो इसे बुलाने के बारे में सोच भी नही सकता है । 2 से 5 लाख रुपये प्रतिदिन के कथा बाचने का पैसा लेता बताया । वह भी दो नम्बर में । बताया जाता है कि मोरारी की अधिकांश काली कमाई मिराज जर्दे में निवेशित है जो मौत के घाट उतारने का कारोबार करता है ।

आज की सबसे तेजी से कमाई करने वाली लड़कियों में जया कुमारी का नाम सबसे ऊपर है । कथा बाचने या नानी बाई को मायरो की फीस प्रतिदिन 8 लाख रुपये है । हेल्पलाइन नम्बर 9866476462, 8875992006, 9831755506 के माध्यम से बुकिंग कराई जा सकती है । 6 महीने आगे तक बुकिंग पहले से ही रहती है ।

आवाज की धनी तथा बेहद खूबसूरत, लेकिन स्वभाव से बदमिजाज जया किशोरी को सुनने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है । नवयुवक तो इस कथावाचक के बेहद दीवाने है । जब यह डांस करती है तो लड़के, लडकिया, महिलाएँ और पुरुष झूमने के लिए बाध्य हो जाते है । शेखावाटी की रहने वाली ज्याकुमारी आजकल कोलकाता में रहती है तथा यही इसका ऑफिस भी है ।

उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान से ज्याकुमारी का व्यापारिक रिश्ता भी बताया जाता है । चर्चा है कि अपनी काली कमाई को सफेद करने में नारायण सेवा संस्थान की मदद ली जाती है । जया कुमारी के अलावा कई राजनेता भी अपने काले-सफेद धन की अदला बदली के लिए इस संस्थान में आते रहते है । चुनाव के दौरान यह धंधा खूब होता है । आयकर विभाग जांच करता है तो स्वयंसेवियों की पोल खुलकर रह जायेगी । इसके अलावा बाबा राम रहीम, रामपाल सहित अनगिनत लोग बाबा का चोला ओढ़कर अपना उल्लू सीधा कर रहे है ।

कोरोना की वजह से प्रतिदिन इन बाबाओं तथा इन पर आश्रित कारोबारियों का सारा धंधा चौपट हो रहा है । सरकार को चाहिए कि इन संतो के लिए राहत पैकेज की घोषणा करें वरना धर्म की इंडस्ट्री पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा ।

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