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बड़ा खुलासा: हर रोज आत्महत्या करने के बारे में सोचती थी ये अभिनेत्री
डिप्रेशन या अवसाद एक समय ऐसी समस्या थी, जिस पर बात करना लगभग मना ही था. लोग खुलकर इस बारे में सोचने तक से बचते थे. मगर कई सेलेब्स के इस मसले पर अपने निजी अनुभव साझा करने के बाद माहौल बदल रहा है. दीपिका पादुकोण के बाद अब अभिनेत्री इलियाना डिक्रूज ने भी डिप्रेशन के अपने निजी अनुभव साझा किए हैं. 21वीं विश्व मेंटल हेल्थ कांग्रेस में शामिल हुईं इलियाना ने बताया कि उनकी जिंदगी में ऐसा भी वक्त आया था, जब वह इस कदर अवसाद में थीं कि हर दिन आत्महत्या करने के बारे में सोचती थीं.
इलियाना ने बताया कि वह अपने शरीर की बनावट को लेकर बहुत सोचा करती थीं. इसे लेकर वह हमेशा दुखी और निराश रहती थीं. इसकी वजह उन्होंने बाद में पता चली. दरअसल वह डिप्रेशन और बॉडी डिस्मॉर्फिक डिस्ऑर्डर से पीड़ित थी.
इलियाना ने यहां तक बताया कि उन्हें लगता था कि कोई उन्हें स्वीकार नहीं करेगा. वह बस इतना ही चाहती थीं कि सब उन्हें स्वीकार कर लें. डिप्रेशन के बारे में इलियाना ने कहा, ' डिप्रेशन वास्तविक है, ये कोई छल या भ्रम नहीं है. ये दिमाग में होने वाला एक रासायनिक असंतुलन है. इसके इलाज की जरूरत है.
वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ मेंटल हेल्थ की अध्यक्षता कर रहे डॉ. सुनील मित्तल से बातचीत में इलियाना ने बताया, 'मैं काफी समय तक इस समस्या से ग्रस्त रही, लेकिन ये तभी दूर हुई, जब मैंने खुद को स्वीकारना शुरू किया. मुझे लगता है कि डिप्रेशन से लड़ाई में ये पहला कदम है. जैसे आपके पैर में चोट लगती है, तो आप डॉक्टर को दिखाते हैं, वैसे ही डिप्रेशन में भी आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए. इसे लेकर बैठे मत रहिए. '
बता दें कि इलियाना ने साल 2012 में अनुराग बासु की फिल्म बर्फी से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके लिए उन्हें बेस्ट फीमेल डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. इससे पहले इलियाना पोकिरी, जल्सा, किक, जुलाई जैसी कई साउथ इंडियन फिल्मों में काम कर चुकी थीं. बर्फी के बाद वह फटा पोस्टर निकला हीरो, मैं तेरा हीरो, हैप्पी एंडिंग, रुस्तम और बादशाहो जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं.