- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- मनोरंजन
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- कोरोना से जंग लड़ रहे...
कोरोना से जंग लड़ रहे संगीतकार श्रवण राठौर अब इस दुनिया में नहीं रहे
नब्बे के दशक की पॉपुलर म्यूजिशियन जोड़ी नदीम-श्रवण के श्रवण कुमार राठौर गंभीर हालत में मुंबई के रहेजा हॉस्पिटल में भर्ती हैं। 67 साल के संगीतकार श्रवण को कुछ दिनों पहले कोविड-19 का टेस्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद अस्पताल में एडमिट कराया गया था।
इस संबंध में श्रवण राठौर के बेटे म्यूजिक कंपोजर संजीव राठौर ने बताया कि कोविड के चलते पापा की कंडीशन बहुत क्रिटिकल है। वे आईसीयू में भर्ती हैं। उनके लंग्स और हॉर्ट में प्रॉब्लम है। लंग्स में पानी भरा है। हॉस्पिटल में भर्ती कराए दो दिन हो गए हैं। लॉकडाउन के कारण काफी दिक्कत हो रही है। डॉक्टर्स ट्रीटमेंट में जुटे हैं। हम परिवार वाले भी हॉस्पिटल में ही हैं। बहुत टेंशन है।
इस वक्त चारों तरफ निगेटिविटी का माहौल है। न जाने कब ईश्वर इस कोविड से सबको मुक्ति दिलाएगा। सभी को संभलकर रहने की जरुरत है। हम सब ठीक हैं। बस दुआ कर रहे हैं कि पापा जल्दी ठीक हो जाएं। हम बस यही चाहते हैं।
आप सभी से भी अपील है कि उनके लिए प्रार्थना कीजिए कि वे जल्दी रिकवर हो जाएं और घर आ जाएं। काबिलेगौर हो कि 1990 में राहुल रॉय स्टारर आशिकी से नदीम-श्रवण की जोड़ी को फेम मिला था। उस वक्त इस एल्बम की करीब 2 करोड़ कॉपी बिकी थी।
नदीम अख्तर शफी और श्रवण कुमार राठौर का एसोसिएशन 1973 में एक फंक्शन में मिलने के बाद बना था। उनका पहला असाइंमेंट भोजपुरी फिल्म दंगल (1975) के लिए था, जिसका सॉन्ग काशी हिले पटना हिले काफी पॉपुलर हुआ था।
हिंदी फिल्म के लिए उन्होंने पहली बार मैंने जीना सीख लिया (1981) में काम किया था। 1985 में दोनों ने मिथुन चक्रवर्ती, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, सचिन, डैनी, विजेंद्र और सुलक्षणा पंडित समेत 10 स्टार्स के लिए म्यूजिक कंपोज किया और उनके इस कमर्शियल प्रोजेक्ट को स्टार टेन नाम दिया गया।
1997 में गुलशन कुमार मर्डर केस में नदीम का नाम आने के बाद वे यूके चले गए थे और जोड़ी का संगीत फिल्मों में नहीं आ सका। लेकिन 2000 के दशक में दोनों ने ये दिल आशिकाना, राज, कयामत, दिल है तुम्हारा, बेवफा और बरसात जैसी कई फिल्मों के लिए संगीत दिया। 7
नदीम के यूके में रहने के बावजूद श्रवण ने लंबे समय तक जोड़ी के नाम से संगीत बनाया। लेकिन 2005 में आई दोस्ती फेंड्स फॉरएवर के बाद यह जोड़ी टूट गई।
संजय रोकडे पत्रकार