लाइफ स्टाइल

ओए काके, जीके-टू दी कुड़ी गुनीत जीत गई ऑस्कर

Shiv Kumar Mishra
14 March 2023 6:39 AM GMT
ओए काके, जीके-टू दी कुड़ी गुनीत जीत गई ऑस्कर
x

विवेक शुक्ला

मंजीत सिंह जीके आमतौर पर दिल्ली के सिखों की राजनीति पर ही बात करते हैं। पर आज वे अपने मिलने वालों को खुशी- खुशी बता रहे थे कि ग्रेटर कैलाश- पार्ट टू की कुड़ी गुनीत मोंगा की फिल्म 'द एलीफैंट विस्परर्स' ने ऑस्कर 2023 में अवॉर्ड जीतकर झंडे गाढ़ दिए। फिर वे पंजाबी में ही कहने लगे कि 'गुनीत दे फादर साहब भी साड्डे यार सी ( गुनीत के पिता भी हमारे दोस्त थे।' गुनीत मोंगा शुक्रवार को मंजीत सिंह जीके के न्यूयार्क में रहने वाले बिजनेस मैन भाई इंद्रजीत सिंह मशहूर शेफ विकास खन्ना के मेंशन में आयोजित पार्टी में मौजूद थे। विकास खन्ना लगातार गुनीत की फिल्म को सोशल मीडिया पर प्रमोट कर रहे थे। विकास खन्ना और गुनीत के पति सन्नी कपूर दोस्त हैं। सन्नी कपूर के परिवार का चांदनी चौक में कपड़ों का पुराना और सफल बिजनेस है।

बहरहाल, उस पार्टी में ऑस्कर पुरस्कारों को लेकर ही बातें हो रही थी। इंद्रजीत सिंह ने न्यूयार्क से फोन पर बताया कि गुनीत काफी नर्वस लग रही थी। कह रही थी 'वीर जी, प्लीज मेरे लिए अरदास करना।' इंद्रजीत सिंह ने गुनीत को भरोसा दिया कि सब अच्छा होगा। गुनीत ने इंद्रजीत सिंह की बेटी मनलीन के साथ फोटो भी खिंचवाईं। 'द एलीफैंट विस्परर्स' को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था। इसे कार्तिकी गोंस्लाव्स ने डायरेक्ट किया है।ऐसे में ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी में हिस्सा लेने के लिए कार्तिकी और गुनीत दोनों ही लॉस एंजेलिस गई हुईं थीं।

गुनीत मोंगा ई ब्लॉक जीके टू

दरअसल गुनीत का परिवार ग्रेटर कैलाश –टू के ई ब्लॉक में रहता रहा है। वो संयुक्त परिवार में पली-बढ़ीं। गुनीत ने ग्रेटर कैलाश के ब्लूबैल स्कूल से पढ़ाई की थी। गुनीत ने ब्लूबैल स्कूल से साल 2000-01 में 12 वीं पास की थी। संयोग से इसी स्कूल के शानूक सेन की डाक्यूमेंट्री ' All That Breathes ' को कान फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन आई सम्मान मिला था। सेन ने यहां से 2004-2005 में 12 वीं की थी। गुनीतमोंगा के बारे में ग्रेटर कैलाश वालों को तब कायदे से पता चला जब उसने लंच बॉक्स, मानसून शूट आउट तथा गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस किया। ये सभी फिल्में हिट हुईं और इन्हें दर्शकों तथा समीक्षकों का समान रूप से प्यार मिला। जीके के दर्जनों परिवारों ने उनकी फिल्मों को सावित्री में भी जाकर देखा।

गुनीत और जीके का पहाड़ीवाला गुरुद्वारा

अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमेन सरदार त्रिलोचन सिंह कहते हैं कि पहले वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष बन रहे सरदार अजय सिंह बंगा और अब सरदारनी गुनीत ने देश का नाम रोशन किया है। संयोग से वे बंगा और गुनीत के परिवारों से परिचित हैं। त्रिलोचन सिंह बता रहे थे कि जहां तक मेरी जानकारी है गुनीत का परिवार जीके में 1980 के दशक में आ गया था। उस समय तक ग्रेटर कैलाश-वन और टू में कोई बहुत सिख परिवार नहीं थे। पर 2000 के बाद जीके में सारी दिल्ली से सिख परिवारों ने घर लेने शुरू कर दिए। वे इसकी वजह बताते हैं जीके वन का पहाड़ीवाला गुरुद्वारा।

रावलपिंडी से आए सरदार इंदर सिंह कोहली ने जीके -पार्ट वन में पहाड़ीवाला गुरुद्वारा स्थापित किया था। उन्होंने जीके में एक प्लाट को खरीदा था। ये 1960 के दशक के अंतिम साल थे। कोहली जी की सरपरस्ती में पथरीली जमीन पर शुरू हुई कारसेवा। इस तरह से जीके में गुरुद्वारा साहिब की स्थापना हो गई। इसलिए ये गुरुद्वारा कहलाने लगा पहाड़ीवाला गुरुद्वारा। यहां पर ही आती रही हैं गुनीत मोंगा बचपन से लेकर अब तक। अब गुनीत मोंगा फिर से जीके –वन के पहाड़ीवाला गुरुद्वारा में आकर अरदास करना चाहेंगी। आखिर जीके वालों की जान बसती है पहाड़ीवाले गुरुद्वारे में।

एक बात और। मशहूर एक्टर रोशन सेठ भी ग्रेटर कैलाश वाले हैं। कुछ साल पहले टीवी पर्सनेल्टी रजत शर्मा भी यही रहने लगे हैं। प्रणय रॉय तो इधर एक अरसे से रह रहे हैं। शुरू में एक बरसाती में रहते थे और फिर कोठी में शिफ्ट कर गए ।


Shiv Kumar Mishra

Shiv Kumar Mishra

Next Story