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'पद्मावती' पर बवाल: बीजेपी नेता ने दिया बड़ा बयान-बोले पद्मावती कभी नही मिली थी अलाउद्दीन से
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव में पद्मावती को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी-कांग्रेस समेत कई पार्टियां फिल्म के विरोध में उतर आई हैं। बीजेपी ने दावा किया कि हकीकत में रानी पद्मावती, अलाउद्दीन खिलजी से कभी मिली ही नहीं थीं। उधर, क्षेत्रीय समाज से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और ताकतवर नेता शंकर सिंह वाघेला ने धमकी भरे लहजे में कहा कि राजपूत समाज की स्क्रीनिंग के बिना फिल्म रिलीज होती है तो हिंसा भड़क सकती है।
अपनी फिल्म 'पद्मावती' के 3डी ट्रेलर लॉन्च के मौके पर दीपिका से जब उनकी फीस के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं कहूंगी कि 'पद्मावती' के लिए मिल रही मेरी फीस से मैं उत्साहित नहीं हूं। मुझे जो भी फीस मिली है मैं उससे प्राउड, कॉन्फिडेंट और खुश हूं, लेकिन यहां मेरे लिए सबसे बड़ी बात है की 'पद्मावती' के निर्माताओं ने बहुत बड़ी रकम लगाकर ऐसी फिल्म बनाई है। जैसा कि फिल्म के प्रड्यूसर कह रहे हैं कि यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म बन रही है। फिर चाहे वह फिल्म के बजट कि बात हो या स्केल की। मैंने पहले भी महिला प्रधान या महिलाओं के मजबूत किरदार वाली फिल्में की हैं, लेकिन 'पद्मावती' इस मामले में सबसे आगे है।'
इस मौके पर दीपिका ने अपनी फिल्म के बारे में कहा, 'इस फिल्म को लेकर मैं बेहद नर्वस हूं। मुझे सचमुच याद नहीं इससे पहले मैं अपनी किसी और फिल्म को लेकर इतनी ज्यादा नर्वस थी या नहीं। हमने 'पद्मावती' के लिए बहुत मेहनत की है। फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद से जिस तरह दर्शकों का प्यार मिला है वह सचमुच जबर्दस्त है। संजय लीला भंसाली और हमारी टीम अब तक मिले दर्शकों के शानदार प्यार से बाहर नहीं निकल पाई है। मुझे ऐसा लगता है 'पद्मावती' भारतीय सिनेमा के साथ-साथ वर्ल्ड सिनेमा में भी मील का पत्थर साबित होगी।
बीजेपी के नेता ने बोला झूठी है कहानी
गुजरात बीजेपी प्रवक्ता और सीनियर लीडर आइके जडेजा ने पद्मावती के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने दावा किया कि रियल लाइफ में कभी भी रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी की मुलाकात नहीं हुई। फिल्म में ऐतिहासिक झूठ गढ़े गए हैं। CBFC से कहा, फिर से फिल्म स्क्रीनिंग करें। जडेजा ने सेंसर बोर्ड के साथ केंद्र सरकार, निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखकर गुजरात चुनाव के बाद फिल्म रिलीज की मांग की है।
1 दिसबंर को फिल्म और 9 को चुनाव
महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में एक मंत्री जयकुमार रावल ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा, फिल्म में राजपूत समाज की भावनाओं के साथ छेड़छाड़ किया गया है। इस वजह से राज्य में अराजकता फ़ैल सकती है। बता दें कि रानी पद्मावती की कहानी पर बनने वाली ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज की जाएगी। गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान है।
फिल्म में पद्मावती का रोल दीपिका पादुकोण कर रही हैं। जबकि अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रणवीर सिंह हैं। करणी सेना फिल्म की शूटिंग के दौरान से ही इसका विरोध कर रही है। राजस्थान में शूटिंग के वक्त तोड़फोड़ की घटना हुई थी। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी की थी।
बीजेपी की चिट्ठी में क्या लिखा है?
इससे पहले गुरुवार को बीजेपी ने चुनाव आयोग, केंद्र सरकार और सेंसर बोर्ड को चिट्ठी लिखी। कहा गया कि यह फिल्म क्षत्रीय समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है। लिहाजा फिल्म को रिलीज से पहले पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए। पार्टी की दलील है कि ऐसा करने से रिलीज के वक्त फिल्म के लिए सहूलियत रहेगी और किसी भी तरह की तनावपूर्ण परिस्थितियों से बचा जा सकेगा।