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मशहूर संगीतकार वनराज भाटिया का निधन, मुंबई में ली आखिरी सांस
मशहूर संगीत निर्देशक वनराज भाटिया (Vanraj Bhatia Dies) का आज निधन हो गया है. वनराज जी का निधन उनके मुंबई वाले घर पर ही हुआ है. वे पश्चिमी शास्त्रीय संगीत की अग्रणी रचनाकारों में से एक थे. पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत भी खराब थी. उन्हें घर पर ही बेड पर रखा गया था. जहां वो उठ – बैठ भी नहीं पा रहे थे. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते उन्होंने डॉक्टरों के पास भी जाना सही नहीं समझा, जिस वजह आज (7 मई) सुबह उनका निधन हो गया.
वनराज भाटिया को 31 साल पहले सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था. साथ ही 2012 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया था. वनराज भाटिया 93 साल के थे.
आपको बता दें, लगातार खराब स्वास्थ्य रहने के चलते बाहरी दुनिया से उनका संपर्क पूरी तरह से टूट गया था. वहीं कई लोग बताते हैं कि उनके पास पैसे भी नहीं थे. जहां उनका जीवन बहुत ही तंगहाली से गुजर रहा था. उन्होंने पिछले साल मुंबई मिरर को अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें सुनने भी दिक्कत होती है. साथ ही उनकी याददाश्त भी कमजोर हो गई है.
उन्होंने कहा था कि, मेरे पास बैंक में अब एक रुपए नहीं बचे हैं, मेरे घर में काम करने वाला नौकर ही उनका अकेला सहारा है. जिस वजह से उन्होंने अपने घर से ही कीमती सामान बेचना शुरू कर दिया था. वहीं उनके नौकर ने बताया था कि बीते लंबे समय से उनका कोई इलाज नहीं चल रहा था. वनराज ने श्याम बेनेगल की कई फिल्मों जैसे अंकुर, भूमिका और टीवी सीरीज यात्रा और भारत की खोज में संगीत दिया.