चंडीगढ़

मंत्री जी पर महिला से छेड़ छाड़ के आरोप में आईओ ने की सात घंटे पूछताछ!

Shiv Kumar Mishra
12 Jan 2023 5:49 AM GMT
मंत्री जी पर महिला से छेड़ छाड़ के आरोप में आईओ ने की सात घंटे पूछताछ!
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रमेश मिश्रा

राजनीति से जुड़े नेताओं पर कई तरह के आरोपों का सिलसिला नई बात नहीं है। नेताओं और नेताओं के रिश्तेदारों पर महिलाओं को लेकर कई आरोप लगे। कई मामले विचाराधीन भी है। पिछली कुछ पुरानी तरफ जाएं तो कुछ लोग सजा काट रहे है है। जिस में नेता ही नही अपने आप की धार्मिक पहचान बनाने वाले भी है। इस मामले में ताजा मामला अभी हरियाणा सरकार के एक मंत्री का है जिसमें जिस विभाग के मंत्री पर आरोप है आरोप लगाने वाली महिला भी उसी विभाग से संबंधित है ।

हम बात कर रहे हैं हरियाणा की खेल मंत्री संदीप सिंह की जो पिछले लगभग एक पखवाड़े से एक महिला कोच के साथ छेड़ छाड़ के मामले में चर्चाओं में सुर्खियों पर है। जब मामले की शुरुआत हुई तो हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यह कहकर मंत्री का बचाव किया था कि आरोप लगाने से कोई दौधीय नहीं हो जाता। वहीं आरोपी मंत्री संदीप सिंह ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच होने तक मंत्री पद का काम नहीं करने को लिखा था। इस संबंध में महिला कोच ने शिकायत देकर मंत्री पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की थी साथ ही यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें एक करोड़ रुपए की पेशकश देकर एक माह के लिए विदेश जाने को भी कहा गया था। दूसरी और मंत्रि ने सब आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि जिस महिला कोच ने उन पर आरोप लगाए हैं उनसे उनकी मात्र तीन बार मुलाकात हुई।

जिस में मंत्री ने स्पष्ट किया कि पहली मुलाकात मार्च 2021 दूसरी मुलाकात पिछले साल जुलाई और आखरी बार अभी 28 दिसंबर को मुलाकात हुई थी। चूंकि मामला एक मंत्री से जुड़ा होने के कारण इसकी एसआईटी को जांच दी गई। जिसकी पालना में एसआईटी ने आरोपी मंत्री को चंडीगढ़ के सेक्टर 38 थाने में बुलाकर लगभग 7 घंटे पूछताछ की। बताया जाता है कि मंत्री के साथ उनके वकील भी गए थे लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। एसआईटी ने जांच के दौरान मंत्री से 200 से भी अधिक सवाल पूछे। उनसे यह भी पूछा गया कि क्या वे महिला कोच से सोशल मीडिया पर भी चैट करते थे।

जिसके जवाब में मंत्री ने कहा बताया कि वह डिपार्टमेंटल ग्रुप से जुड़ी हुई थी जिसमें ही कोई चैट हुई होगी। मगर एसआईटी को जांच में यह जानकारी मिली कि उन्होंने चैट के दौरान कुछ दस्तावेज भी महिला कोच को दिए। फिलहाल एसआईटी ने मंत्री जी के दो मोबाइल फोन अपने पास रख लिए हैं जिनकी फॉरेंसिक जांच के बाद ही आगे की जांच किस तरफ घूमेगी यह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। अगर सूत्रों की माने तो यह भी बताया जाता है कि जिस माध्यम से महिला कोष को एक करोड़ की पेशकश की गई थी उस व्यक्ति का भी पता चल गया है! तथा उस व्यक्ति को भी नोटिस देकर जांच के लिए बुलाया गया है। कुल मिलाकर जांच रिपोर्ट क्या कुछ सामने आएगा यह भविष्य की बात है लेकिन फिर भी जिस तरह से एसआईटी ने जांच शुरू की है उसे मंत्री जी की मुश्किलें जरूर बढ़ गई है। देखने वाली बात यह होगी कि जांच कब तक और किसके पक्ष में आती है!

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