स्वास्थ्य

ICMR की स्टडी में खुलासा, ओमीक्रोन से बनने वाली एंटीबॉडी डेल्टा से भी लड़ने में है सक्षम

Sakshi
26 Jan 2022 2:24 PM GMT
ICMR की स्टडी में खुलासा, ओमीक्रोन से बनने वाली एंटीबॉडी डेल्टा से भी लड़ने में है सक्षम
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इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कोविड-19 के नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन से बनने वाली एंटीबॉडी कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ लड़ने में सक्षम है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कोविड-19 के नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन से बनने वाली एंटीबॉडी कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ लड़ने में सक्षम है। बताया गया है कि यह एंटीबॉडी खतरनाक वेरिएंट डेल्टा से भी लड़ने में सहायक है। आईसीएमआर ने खुलासा किया है कि अगर कोई ओमिक्रॉन से संक्रमित होता है तो महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा ना सिर्फ ओमिक्रॉन को बल्कि अन्य गंभीर वेरिएंट के खिलाफ लड़ने में भी सक्षम है। जिसमें डेल्टा वेरिएंट भी शामिल है।

स्टडी में कहा गया है कि ओमिक्रॉन के खिलाफ विशिष्ट वैक्सीन रणनीति की आवश्यकता है। बता दें कि आईसीएमआर के एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्तियों में महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है, जो न केवल ओमिक्रॉन को बल्कि सबसे प्रचलित डेल्टा संस्करण सहित अन्य VOCs को भी बेअसर कर सकती है।

जिससे पता चलता है कि ओमिक्रॉन द्वारा प्रेरित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया डेल्टा संस्करण को प्रभावी ढंग से बेअसर कर सकती है, जिससे डेल्टा के साथ पुन: संक्रमण की संभावना कम हो जाती है। इससे डेल्टा प्रमुख तनाव के रूप में विस्थापित हो जाता है। यह ओमाइक्रोन विशिष्ट वैक्सीन रणनीति की आवश्यकता पर जोर देता है।

ICMR का कहना कि कम समय में यह वेरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित करता है। आईसीएमआर ने विदेशों के वयस्कों और भारत के किशोरों का अध्ययन किया। हालांकि, शोध की अभी तक साथियों द्वारा समीक्षा नहीं की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शोधकर्ताओं ने उन लोगों में एंटीबॉडी की प्रतिक्रिया का अध्ययन किया, जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक ली है और परिणामों की तुलना उन लोगों के साथ की है, जिन्हें टीका नहीं लगाया गया था। सभी व्यक्ति ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित थे।

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