हिमाचल प्रदेश

एससी-एसटी नेता एडवोकेट केदार सिंह जिंदान को दिन दहाड़े मौत के घाट उतारा

Special Coverage News
8 Sep 2018 6:21 AM GMT
एससी-एसटी नेता एडवोकेट केदार सिंह जिंदान को दिन दहाड़े मौत के घाट उतारा
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हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के दूरदराज शिलाई क्षेत्र में एससी-एसटी नेता केदार सिंह जिंदान को दिन दहाड़े मौत के घाट उतार दिया गया. दिवंगत नेता पेशे से वकील थे. आरोप है कि केदार सिंह को उसी के गांव बकरास के उप प्रधान ने अपने एक साथी के साथ मिल कर स्कॉर्पियो के नीचे कुचल दिया. बुरी तरह कुचले जाने से केदार सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने उप प्रधान जय प्रकाश और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया. स्कॉर्पियो को भी पुलिस ने सीज कर लिया है.

प्रदेश में शिलाई क्षेत्र में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के हितों के लिए आवाज उठाने वाले नेता केदार सिंह जिंदान की हत्या के आरोप उसी की पंचायत के उपप्रधान जय प्रकाश और उसके एक साथी पर लगे हैं. घटना बीते शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे की है. हालांकि, पहले मौत का कारण सड़क दुर्घटना दर्शाने का प्रयास किया गया लेकिन मौके के साक्ष्य कुछ और ही इशारा कर रहे थे.

मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस संबंध में देर शाम आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और हत्या के आरोप में भकरास पंचायत के उप प्रधान जय प्रकाश और उसके एक साथी गोपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल केदार सिंह जिंदान पिछड़ी जातियों पर अत्याचार को लेकर आवाज उठाते थे और ऐसे मामलों को न्यायालयों तक भी ले कर जाते थे. हत्या के दोनों आरोपियों को पांवटा साहिब की अदालत में पेश किये जाने की संभावनाएं है.

गौरतलब यह है कि केदार सिंह ने 2007, 2012 और 2017 में शिलाई सीट से चुनाव भी लड़े थे. पिछड़े नेताओं में केदार सिंह उनके हितैषी नेता के रूप में विख्यात थे. केदार सिंह पर पहले भी 5 बार हमले हो चुके थे. गत वर्ष सतोन में भी दर्जन भर लोगों ने केदार सिंह को बुरी तरह पीटा था. प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण पिछले दिनों केदार सिंह द्वारा दबंग उप प्रधान जय प्रकाश की कारगुजारियों का पर्दाफाश करना बताया जा रहा है.

दरअसल केदार सिंह ने पिछले दिनों शिमला में पत्रकार वार्ता कर खुलासा किया था कि भकरास पंचायत में किस तरह सम्पन्न लोगों को आईआरडीपी में डाल कर नौकरियों आदि में लाभ ले रहे हैं. केदार सिंह ने इस दौरान उनपर हमला होने की भी आशंका जताई थी. इस संबंध में केदार सिंह ने प्रदेश पुलिस मुखिया से मिल कर सुरक्षा देने की गुहार लगाई थी. बहरहाल मामले की गहन जांच के लिए केदार सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा जाएगा. आज फोरेंसिक विशेषज्ञ भी मौके पर जांच के लिए पहुंचेंगे.

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