- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
राष्ट्रीय
अमेरिका ने पाक के सबसे बड़े बैंक को देश से खदेड़ा, 14 हजार करोड़ का लगाया जुर्माना
Arun Mishra
8 Sep 2017 12:39 PM GMT
x
हबीब पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है। न्यूयॉर्क के बैंकिंग अधिकारियों के मुताबिक लगातार कई निर्देशों को अनदेखा किया है। हबीब बैंक के खिलाफ यह कार्रवाई आतंकवादियों को फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों की वजह से हुई है।
न्यूयार्क : अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक फिर से बड़ा झटका दिया है है। अमेरिकी बैंकिंग नियामकों ने 40 साल से न्यूयॉर्क में मौजूद इस्लामाबाद के 'हबीब बैंक' को अपना दफ्तर बंद करने का आदेश जारी किया है। हबीब बैंक के खिलाफ यह कार्रवाई आतंकवादियों को फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों की वजह से हुई है।
हबीब पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है। न्यूयॉर्क के बैंकिंग अधिकारियों के मुताबिक लगातार कई निर्देशों को अनदेखा किया है। इस बैंक के जरिए ऐसे ट्रांजेक्शंस होने का शक है जिन्हें आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग या दूसरी गैर कानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया हो।
अमेरिका में विदेशी बैंकों के नियंत्रक स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ फाइनैंशल सर्विसेज (DFS) ने हबीब बैंक पर 22.5 करोड़ डॉलर (14371 करोड़ रुपये) का जुर्माना भी ठोका है। हालांकि बैंक पर पहले 62.96 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन बाद में इसे कम कर दिया गया। हबीब अमेरिका में सन 1978 से काम कर रहा है। साल 2006 में कुछ संभावित अवैध ट्रांजेक्शंस के शक होने के बाद बैंक को इस तरह के लेनदेन पर सख्त होने का निर्देश दिया गया था लेकिन बैंक ऐसा करने में असफल रहा।
न्यूयॉर्क के बैंकिंग नियामकों के मुताबिक हबीब बैंक के जरिए सऊदी के प्राइवेट बैंक (अल रजही) के साथ अरबों डॉलर का लेनदेन हुआ। यह बैंक कथित तौर पर अल-कायदा के संपर्क में है। हबीब यह भी साबित करने में असफल रहा कि इन पैसों का इस्तेमाल हवाला या आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए नहीं किया गया है।
Next Story