- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
ऑस्ट्रेलिया में 15 लाख रुपए में बिका बकरा, खरीदने वाला बोला- यह गजब का स्टायलिश
ऑस्ट्रेलिया में एक बकरा 21 हजार डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 15 लाख 65 हजार रुपए ) रुपए में बिका। बुधवार को न्यूसाउथ वेल्स में एक सेल में इस बकरे को एंड्रू मोसली ने खरीदा। ऑस्ट्रेलिया में इतना महंगा बकरा इसके पहले कभी बेचा या खरीदा नहीं गया। मोसले के मुताबिक, उनका यह बकरा बेहद स्टायलिश है। इस बकरे का नाम माराकेश है।
पिछला रिकॉर्ड
इसके पहले ऑस्ट्रेलिया में सबसे महंगा बकरा 12 हजार डॉलर (8.94 लाख रुपए) में खरीदा गया था। यह सौदा पिछले महीने ही हुआ था। माराकेश को खरीदने के बाद मोसले काफी खुश नजर आए। कहा- यह बहुत शानदार जानवर है। इसकी चाल भी बहुत अच्छई है। कद-काठी में बहुत बड़ा भले ही न हो, लेकिन मुझे लगता है कि इसकी ग्रोथ काफी तेजी से हुई। इसके मसल्स भी शानदार हैं।
पिछले साल मोसले ने ही एक और बकरा 9 हजार डॉलर (6.71 लाख रुपए) में खरीदा था। मोसले कहते हैं- इस तरह के जानवरों की संख्या काफी कम है। एक बार हाथ से निकल गए तो फिर आसानी से नहीं मिलते। पांच साल में इनके मीट की डिमांड तेजी से बढ़ी है। माराकेश का जन्म क्वींसलैंड बॉर्डर के करीब रेंगेलैंड फॉर्म में हुआ था।
बड़े बकरे हमेशा अच्छे नहीं होते
मोसले बचपन से ही बकरों के बिजनेस को देख रहे हैं। वो कहते हैं- ये जरूरी नहीं कि हमेशा बड़ा जानवर ही बेहतर हो। माराकेश के बारे में अच्छी बात यह है कि यह फिलहाल, बहुत शानदार दिखता है। इसे आप बहुत अच्छी ब्रीड कह सकते हैं। इस इलाके में कई बार मौसम बहुत खराब भी होता है। इन हालात में इसकी इतना सेहतमंद और शानदार जानवर मिलना आसान नहीं है। पश्चिमी देशों में इस तरह की ब्रीड आसानी से नहीं मिलती।