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हिजाब ना पहनने पुलिस ने अरेस्ट की युवती को इतना टार्चर किया कि चली गई जान, परिवार ने लगाए ये गंभीर आरोप
ईरान में Mahsa Amini की मौत के बाद बवाल (Pic- Twitter)
ईरान में एक युवती की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। पुलिस ने उसे हिजाब नहीं पहनने के लिए गिरफ्तार किया था। युवती का नाम महसा अमिनी है। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा में है। ईरान की कट्टरपंथी सरकार ने महिलाओं के लिए हिजाब पहनना मेंडेटरी कर दिया है। यहां जो महिलाएं इस आदेश का पालन नहीं कर रहीं हैं, उन्हें गिरफ्तारी के बाद टॉर्चर किया जा रहा है।
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमिनी के परिवार और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उसकी मौत को 'संदिग्ध' बताया है। साथ ही जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और न्याय की गुहार लगाई है। मृतका की मां ने कहा है कि उसकी बेटी को मारा गया है। हालांकि, पुलिस ने मारपीट के आरोपों से इनकार किया है।
ताजा मामला 13 सितंबर का है। 22 साल की महसा अमिनी अपने परिवार से मिलने तेहरान आई थी। उसने हिजाब नहीं पहना था। पुलिस ने तुरंत महसा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के 3 दिन बाद, यानी 16 सितंबर को उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामला सुर्खियों में आया।
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमिनी गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही कोमा में चली गई थी। उसे अस्पताल ले जाया गया। परिवार का कहना है कि महसा को कोई बीमारी नहीं थी। उसकी हेल्थ बिल्कुल ठीक थी। हालांकि, उसकी मौत सस्पीशियस (संदिग्ध) बताई जा रही है। रिपोर्ट्स में कहा गया- महसा के पुलिस स्टेशन पहुंचने और अस्पताल जाने के बीच क्या हुआ यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। ईरान में हो रहे ह्यूमन राइट्स वायलेशन पर नजर रखने वाली चैनल ने कहा कि अमिनी की मौत सिर पर चोट लगने से हुई।
महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। इधर, पुलिस का कहना है कि पुलिस ने महसा के साथ कोई मारपीट नहीं की। 13 सितंबर को कई लड़कियों को गिरफ्तार किया गया था। उनमें से एक अमिनी थी। उसे जैसे ही पुलिस स्टेशन ले जाया गया वो बेहोश हो गई। वहीं, राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने गृह मंत्री को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।