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आधी रात आए भूकंप से नेपाल में भारी तबाही, करीब 129 लोगों की हुई मौत, कई घायल

भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी की न केवल नेपाल, बल्कि भारत में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला। यूपी, बिहार, एमपी सहित देश अन्य राज्यों में भी इसके झटके महसूस किए गए

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कल आधी रात आए तूफान से नेपाल में तबाही मच गई। न केवल नेपाल बल्कि भारत में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला। भारत के दिल्ली, यूपी, एमपी,बिहार सहित कई अन्य राज्यों में भी धरती कांप उठी। लोग अपने घरों से भागकर बाहर निकल आए।

नेपाल में इमारतें ढह गई, कई लोगों की हुई मौत

नेपाल में 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गई हैं. भूकंप के बाद अब तक करीब 129 लोगों की मौत हो चुकी है. मलबे में दबने के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के कारण ज्यादातर लोगों की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई है. मृतकों की जानकारी रुकुम पश्चिम के DSP नामराज भट्टराई और जाजरकोट के DSP संतोष रोक्का ने दी है।

भूकंप का असर भारत में भी दिखा

आधी रात नेपाल में तबाही मचाने वाले भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसका असर दिल्ली-NCR , यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में देखा गया. बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के भोपाल तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।

भूकंप का केंद्र नेपाल का जाजरकोट जिला था

नेपाल के नेशनल भूकंप मापन केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले के लामिडांडा इलाके में था. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने भूकंप से हुई लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने बचाव और राहत के लिए 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया है. इस भूकंप का असर यूपी के लखनऊ में भी देखा गया था, जहां लोग झटके महसूस होने के बाद घरों से बाहर निकल आए थे।

नेपाल में पिछले महीने भी आया था भूकंप

पूर्व वरिष्ठ भूकंप विज्ञानी डॉ. अजय पॉल (वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी) ने बताया कि पिछले महीने नेपाल में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था और उससे पहले भूकंप का केंद्र डोटी था, जो आज भूकंप के केंद्र के करीब है. इसका मतलब यह है कि केंद्रीय बेल्ट सक्रिय रूप से ऊर्जा जारी कर रही है. आपको बताते चलें कि डॉ पॉल ने इससे पहले पर दावा किया था कि निकट भविष्य में हिमालय क्षेत्र में बड़ा भूकंप आ सकता है। जोकि उनकी भविष्यवाणी सही साबित हुई।

Satyapal Singh Kaushik

About author
न्यूज लेखन, कंटेंट लेखन, स्क्रिप्ट और आर्टिकल लेखन में लंबा अनुभव है। दैनिक जागरण, अवधनामा, तरुणमित्र जैसे देश के कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में लेख प्रकाशित होते रहते हैं। वर्तमान में Special Coverage News में बतौर कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।
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