
कश्मीर पर कांग्रेस नेता सैफुद्दी के बयान पर मचा बबाल, स्वामी बोले- पासपोर्ट जब्त कर देश से निकाल दो

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू हो लग चुका है। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेता सैफुद्दीन सोज ने एक बिबादित बयान दिया है जिस पर बबाल मच सकता है। सैफुद्दीन सोज ने जम्मू-कश्मीर की आजादी की बात कर विवाद को और तूल दे दिया है। सैफुद्दीन सोज ने कहा है कि कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता आजादी पाना है। सोज ने कहा कि वर्तमान स्थिति में कश्मीर की आजादी इससे जुड़े देशों के कारण संभव नहीं है, लेकिन यह जरूर है कि कश्मीर के लोग पाकिस्तान के साथ इसका विलय नहीं कराना चाहते हैं।
स्वामी ने दिया जवाब -
वहीं, सैफुद्दीन सोज के कश्मीर की आजादी वाले बयान पर बीजेपी सांसद और बरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है। स्वामी ने कहा है कि ऐसी बातें करने वालों का पासपोर्ट जब्त कर देश से निकाल देना चाहिए।
As central minister he (Saifuddin Soz) benefited from Centre's power when his daughter was kidnapped by JKLF. There's no use helping these ppl. Whoever wants to stay here can stay abiding by the Constitution,if they like Musharraf we'll give them a one-way ticket(to Pak): S.Swamy pic.twitter.com/2CsQZ0x21L
— ANI (@ANI) June 22, 2018
सोज ने यह भी कहा कि सरकार को कश्मीर के सभी पक्षों से बात करनी होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या इन सभी लोगों में हुर्रियत भी शामिल होनी चाहिए सोज ने कहा कि वह कश्मीर के एक सक्रिय पक्षकार हैं और सरकार को उनसे जरूर बात करनी होगी। बता दें कि सैफुद्दीन सोज केंद्र में यूपीए की सरकार के दौरान मंत्री रह चुके हैं और वह जम्मू-कश्मीर में पार्टी के एक बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं।
Musharraf said Kashmiris don't want to merge with Pakistan, their first choice is independence. The statement was true then and remains true now also. I say the same but I know that it is not possible: Saifuddin Soz, Congress pic.twitter.com/pmtWIxhN16
— ANI (@ANI) June 22, 2018
सोज ने कहा कि वह निजी रूप से यह कहना चाहते हैं कि कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता आजादी है। कश्मीर ना भारत के साथ रहना चाहता है और ना ही यह चाहता है कि पाकिस्तान के साथ इसका विलय कराया जाए। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों के लिए शांतिपूर्ण माहौल की स्थापना जरूरी है, जिससे कि यहां के लोग शांति से रह सकें। सोज ने कहा कि उनके इस बयान का कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है और वह निजी क्षमता से कश्मीर के लोगों के तरफ से यह बातें कह रहे हैं। सोज के इस बयान के बाद बवाल मच गया है।




