जम्मू कश्मीर

Jammu and Kashmir : जम्मू के सुंजवां में CISF की बस पर हमला, 1 जवान शहीद, 10 घायल, दो एनकाउंटर में छह आतंकी ढेर

Arun Mishra
22 April 2022 4:52 AM GMT
Jammu and Kashmir : जम्मू के सुंजवां में CISF की बस पर हमला, 1 जवान शहीद, 10 घायल, दो एनकाउंटर में छह आतंकी ढेर
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बता दें कि दो दिन बाद (24 अप्रैल) को पीएम नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक जवान के शहीद होने और 10 जवानों के घयाल होने की खबर है। CISF के 15 जवानों को ड्यूटी पर ले जा रही बस पर आतंकियों ने हमला किया. CISF अधिकारी ने बताया कि उन्होंने आतंकी हमले में जवाबी कार्रवाई की. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान CISF के एक ASI की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार ये जवान सुजवां में हुए हमले में मदद के लिए जा रहे थे.

जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि उन्हें इलाके में आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना मिली। जिसके बाद रात में ही इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया। सुबह घेराबंदी पर फायरिंग हुई जिसमें सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया है और 4 जवान घायल हो गए । आतंकियों के किसी घर में छुपे होने की आशंका है। सीआरएसएफ अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी भी मारा गया है।

बता दें कि दो दिन बाद (24 अप्रैल) को पीएम नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर दौरे पर जा रहे हैं.

वहीं कल बारामुला में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को मार गिराया था। उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के मालवा इलाके में बीती रात सुरक्षाबलों और स्थानीय पुलिस को आतंकियों के छुपे होने की खबर मिली। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद आतंकियों के छिपने वाले ठिकाने पर सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की।

मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर युसूफ कांतरू सहित 4 आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घाटी में सबसे ज्यादा समय तक जीवित रहने वाला आतंकवादी कांतरू सुरक्षा बल के कई कर्मियों और असैन्य नागरिकों की हत्या में लिप्त रहा था और वह कश्मीर घाटी के 10 मोस्ट वॉन्टेंड आतंकवादियों में से था।

पुलिस के प्रवक्ता ने बताया, 'युसूफ कांतरू 2008 में छोड़ा गया लेकिन वह फिर से 2017 में आतंकवादियों से जुड़ गया और निर्दोष असैन्य नागरिकों, पुलिसकर्मियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या करने लगा। बाद में वह हिज्बुल से लश्कर में शामिल हो गया।'

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