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ED ने चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को हिरासत में लिया, जानिए- 100 करोड़ के साम्राज्य वाले झारखंड के इंजीनियर की पूरी कहानी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार देर रात को झारखंड के अभियंता वी के राम को धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनके अनुसार यह धनशोधन मामला राज्य ग्रामीण विकास विभाग और उसकी कुछ योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़ा है।
अधिकारियों के मुताबकि, झारखंड की राजधानी रांची में ईडी कार्यालय में लंबी पूछताछ के बाद राम को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में ले लिया गया।
अधिकारियों ने बताया, ईडी द्वारा 21 फरवरी को रांची, जमशेदपुर, बिहार और दिल्ली के कई स्थानों पर छानबीन के बाद उन्हें पकड़ा गया था।
कौन हैं अभियंता वी के राम
झारखंड के एक इंजीनियर ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए काली कमाई कर 100 करोड़ रुपए का साम्राज्य खड़ा कर लिया। आपको जानकर ये हैरानी होगी कि कहानी उस राज्य के इंजीनियर की है जहां साफ पानी भी पीने को नहीं मिलता है, लेकिन इंजीनियर समेत उसका पूरा परिवार मेड इन फ्रांस का पानी पीता था।
काली कमाई के जरिए करोड़ों रुपये का साम्राज्य बनाने वाले चीफ इंजीनियर का नाम वीरेंद्र राम है जिसके ऊपर ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी थी। वीरेंद्र राम ने गांव के विकास को खोखला कर 100 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग का साम्राज्य खड़ा कर दिया।
इंजीनियर के कई ठिकानों पर दो दिनों तक चली छापेमारी
वीरेंद्र पर 100 करोड रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ED वीरेंद्र के रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान, दिल्ली और सिरसा के ठिकानों पर दो दिनों तक छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, वीरेंद्र राम की लाइफस्टाइल ऐसी है कि बड़े-बड़े शहंशाह भी पीछे छूट जाएं। इंजीनियर साहब और उसका पूरा परिवार 250 रुपये लीटर वाला मेड इन फ्रांस का पानी पीने के रूप में इस्तेमाल करता था।
दिल्ली में खरीदा था 4 करोड़ रुपये का आलीशान बंगला
सूत्रों के मुताबिक, इंजीनियर साहब ने 4 करोड़ रुपये कैश देकर दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में एक आलीशान बंगला खरीदा था। यहां की शान-ओ-शौकत भी राजाओं वाली थी। ये आलीशान बंगला इंजीनियर वीरेंद्र राम के पिता के नाम पर है, लेकिन ED इसे मनी लांड्रिंग का निवेश मान रही है।
वीरेंद्र राम को लग्जरी लाइफ़स्टाइल के साथ लग्जरी गाड़ियों का भी शौक है। कहते हैं कि झारखंड में भले ही सरकार किसी भी पार्टी की हो, लेकिन वीरेंद्र की हनक सत्ता के गलियारों में जस की तस रहती थी। ED ने छापेमारी में एक डायरी और एक पेन ड्राइव भी बरामद किया है। इस डायरी और पेन ड्राइव में कोडवर्ड में नेताओं और ब्यूरोक्रेट से लेनदेन के हिसाब लिखे हैं। इसमें ठेकेदारों से पैसे लेने से लेकर नेताओं तक कट मनी पहुंचाने का भी जिक्र है। ED अब इस डायरी और पेन ड्राइव को डिकोड करने में लगा है।
वीरेंद्र राम के खिलाफ पहले से चल रही है ये जांच
बता दें कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी झारखंड विजिलेंस वीरेंद्र राम के खिलाफ जांच में जुटी है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वीरेंद्र राम के जमशेदपुर आवास से ढाई करोड़ से अधिक कैश की बरामदगी हुई थी। ED की ओर से वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद से वैसे राजनेता और ब्यूरो क्रेटस खौफजदा हैं जिनके संबंध वीरेंद्र राम से रहे हैं। कहा जा रहा है कि वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद काली कमाई और मनी लाउंड्रिंग से जुड़े और भी चेहरे जल्द बेनकाब हो सकते हैं।