नौकरी

नवंबर में घटी बेरोजगारी दर, 2018 के बाद पहली बार निचले स्तर पर

Shiv Kumar Mishra
25 Dec 2020 11:21 AM GMT
नवंबर में घटी बेरोजगारी दर, 2018 के बाद पहली बार निचले स्तर पर
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कुछ लोगों का मानना है कि बढ़ती बेरोज़गारी इस बात का संकेत है कि ज़्यादा लोग नौकरी मांग रहे हैं, क्या ये सच है?

नहीं. बढ़ती बेरोज़गारी को किसी भी हालत में सकारात्मक तरीक़े से नहीं देखा जा सकता है. इस सर्वे में लेबर फ़ोर्स के हिस्सेदारी की दर भी शामिल है जो कि 2012-12 में 39.5 फ़ीसदी से घटकर 2017-18 में 36.9 फ़ीसदी हो गई है.

इसका मतलब तो ये हुआ कि पहले के मुक़ाबले अब तो कम लोग नौकरी तलाश कर रहे हैं. ये तब होता है जब काम तलाश कर रहे लोगों को नौकरी नहीं मिलती है और आख़िरकार थक-हारकर वो नौकरी खोजना बंद कर देते हैं. और इस तरह से वो लेबर फ़ोर्स का हिस्सा भी नहीं रहते हैं.

इसका एक मतलब ये भी है कि अब ज़्यादातर युवा पढ़ाई में ज़्यादा समय लगा रहे हैं, या तो सिर्फ़ इसलिए क्योंकि वो ऐसा चाहते हैं, या फिर इसलिए कि उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है और वो अभी लेबर फ़ोर्स का हिस्सा नहीं बनना चाह रहे हैं.

केंद्र सरकार के लिए बड़ी खुशखबरी है. नवंबर महीने में बेरोजगारी दर (unemployment rate in India) में गिरावट देखने को मिली है. नवंबर में यह 6.51 फीसदी रही है. इससे पहले सितंबर 2018 में बेरोजगारी दर करीब 6.7 फीसदी थी. इसमें शहरी बेरोजगारी दर करीब 7.07 फीसदी रही, जोकि अक्टूबर महीने में 7.15 फीसदी रही थी. बता दें बेरोजगारी के ये आंकड़े सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की ओर से जारी किए गए हैं. देशभर में फैले कोरोना वायरस के बीच नवंबर महीने में बेरोजगारी के मोर्चे पर सरकार को राहत मिली है.

नवंबर में ग्रामीण बेरोजगारी दर कितनी गिरी

CMIE रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण बेरोजगारी दर में भी गिरावट देखने को मिली है. नवंबर में ग्रामीण बेरोजगारी दर करीब 6.26 फीसदी रही है. वहीं, अक्टूबर महीने में ये दर 6.90 फीसदी रही थी. यानी नवंबर 2020 में 0.64 की गिरावट देखने को मिली. वहीं, अक्टूबर महीने में ग्रामीण बेरोजगारी दर 6.90 फीसदी रही थी.

आपको बता दें इस साल कोरोना वायरस के चलते बेरोजगारी दर रिकॉर्ड 23.52 फीसदी पर पहुंच गई है. यह साल 2020 का सबसे ऊंचा लेवल दर्ज किया गया है. हालांकि इस साल एग्री सेक्टर में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है. इस रिकवरी के चलते ही सरकार को सितंबर और अक्टूबर में थोड़ी राहत मिली है.

आइए आपको बताते हैं बेरोजगारी के लिहाज से टॉप-5 राज्य कौन-कौन से हैं-

>> टॉप 5 राज्यों की लिस्ट में हरियाणा की बेरोजगारी दर करीब 25.6 फीसदी रही है.

>> इसके बाद राजस्थान में 18.6 फीसदी बेरोगारी दर रही है.

>> गोवा में 15.9 फीसदी बेरोजगारी दर रही है.

>> हिमाचल प्रदेश में 13.8 फीसदी बेरोजगारी दर रही है.

>> त्रिपुरा में 13.1 फीसदी बेरोजगारी दर रही है.

>> पश्चिम बंगाल में 11.2 फीसदी बेरोजगारी दर रही है.

>> इसके अलावा बिहार में 10 फीसदी बेरोजगारी दर रही है.

देश की इकोनॉमी की हेल्थ का सही अंदाजा

CMIE की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन इकोनॉमी की हेल्थ का सही पता बेरोजगारी दर के हिसाब से ही लगता है क्योंकि यह देश की कुल जनसंख्या में कितने रोजगार हैं इसको बताता है.

एग्री सेक्टर में रहेगा शानदार प्रदर्शन

इसके अलावा थिंक टैंक को उम्मीद है कि रबी फसल की बुआई की शुरुआत में तेजी देखने को मिल सकती है. इसका मतलब है कि चालू वित्त वर्ष में एग्री सेक्टर एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेगा. इससे प्रवासी मजदूर खेतों की ओर वापसी करेंगे.

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