भोपाल

भाजपा विधायक ने मेनका गांधी को बताया "घटिया महिला"

अरुण दीक्षित
26 Jun 2021 2:06 PM GMT
भाजपा विधायक ने मेनका गांधी को बताया घटिया महिला
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पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई के एक ट्वीट ने हंगामा खड़ा कर दिया है।

भोपाल। पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई के एक ट्वीट ने हंगामा खड़ा कर दिया है। भाजपा नेता का यह ट्वीट अपनी ही पार्टी की सांसद और पूर्व मंत्री मेनका गांधी को लेकर है।उन्होंने लिखा है -मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला है।मैं शर्मिन्दा हूँ कि ये मेरी पार्टी की सांसद ( नेता नही) है।

सूत्रों के मुताविक अजय विश्नोई ने जिस मुद्दे पर मेनका के खिलाफ टिप्पणी की है वह मध्यप्रदेश से जुड़ा नही है।चूंकि जबलपुर के वेटेनरी डॉक्टरों ने यह मुद्दा उठाया था इसलिये स्थानीय होने के नाते अजय विश्नोई ने उनका पक्ष लिया है।

उधर भाजपा के मध्यप्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने अजय के बयान से पल्ला झाड़ लिया है।हालांकि उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर हमारी पार्टी की यह रीति नही है।इस बारे पार्टी विचार करेगी।

बताया गया है कि मेनका गांधी ने आगरा के एक वेटेनरी डाक्टर से अभद्र भाषा में बात की।डाक्टर ने किसी पालतू कुत्ते का इलाज किया था।कुत्ता ठीक नही हुआ तो मामला मेनका गांधी तक पहुंचा।उन्होंने फोन करके डाक्टर को धमकाया।उनका यह वार्तालाप वायरल हो गया।इस पर जबलपुर के वेटेनरी डॉक्टरों ने मेनका गांधी के व्यवहार का विरोध किया।उन्होंने मेनका गांधी से माफी मांगने की मांग की थी।

अजय विश्नोई ने अपने शहर के वेटेनरी डॉक्टरों का समर्थन करते हुए ट्वीट किया।उन्होंने लिखा- विगत दिवस सांसद श्रीमती मेनका गांधी ने पशुचिकित्सक डाक्टर विकास शर्मा से जिन शव्दों में बात की,उनसे वेटेनरी कालेज जबलपुर घटिया सिद्ध नही हो जाता है।परन्तु यह जरूर सिद्ध हो जाता है कि मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला है।मैं शर्मिन्दा हूं कि ये मेरी पार्टी की सांसद(नेता नही) है।

जानकारी के मुताविक यह घटना 21 जून की है।मेनका गांधी ने आगरा के वेटेनरी डाक्टर को धमकाने के बाद अखिल भारतीय पशु चिकित्सा परिषद से भी शिकायत की थी।परिषद के अध्यक्ष डाक्टर उमेश चन्द्र शर्मा ने उत्तरप्रदेश पशु चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को पत्र लिख कर इस मामले की जांच कराने को कहा है।22 जून को लिखे अपने पत्र में डाक्टर शर्मा ने रजिस्ट्रार से कहा है कि वे एक जांच समिति बना कर इस मामले की जांच कराएं।जांच के बाद रिपोर्ट सीधे मेनका गांधी को भेजी जाय।उसकी एक कॉपी उन्हें (डाक्टर शर्मा को) भी भेजी जाय।

परिषद अध्यक्ष ने अपने पत्र में डाक्टर का नाम नही लिखा है। न ही उन्होंने जांच की अवधि लिखी है।

इस घटना के खिलाफ जबलपुर के पशु चिकित्सक एकजुट हो गए थे।उनके साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए भाजपा विधायक भी मैदान में कूद गए।अजय विश्नोई वरिष्ठ और अनुभवी विधायक हैं।वे उमा भारती की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे थे।पिछले दिनों उनके कुछ ट्वीट चर्चा में रहे थे जो उन्होंने राज्य में कोविड कई हालत को लेकर किये थे।

जहां तक मेनका गांधी का सवाल है,यह पहला मौका नही है जब उन्होंने इस तरह का व्यवहार किया है।वह अक्सर इसी तरह की बातों को लेकर चर्चा में रहती आयी हैं।

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