भोपाल

भोपाल का फिल्म जगत में योगदान

Desk Editor
19 Oct 2021 10:51 AM GMT
भोपाल का फिल्म जगत में योगदान
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भोपाल एक ऐसा शहर है जिसने फिल्म जगत को सबसे अधिक फिल्मी नगमा निगार दिये हैं जैसे कैफ भोपाली, असद भोपाली, शैरी भोपाली, जा निसार अख़्तर, जावेद अख्तर, ताज भोपाली, साहिर भोपाली, रत्न कुमार, बालकवि बैरागीी, मिर्जा जहाँ, कदर चुुग़तई, मंजूर भोपाली, सिराज मीर खाँ सहर, शकीला बानो भोपाली और बशीर बद्र आदि

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का शुमार उन चन्द खूबसूरत और दिलकश शहरों मेें होता है जिसकी अपनी तहजीब है।और यह इलाका कुदरती हुस्न से भी मालामाल है। भोपाल एक ऐसा शहर है जिसने फिल्म जगत को सबसे अधिक फिल्मी नगमा निगार दिये हैं जैसे कैफ भोपाली, असद भोपाली, शैरी भोपाली, जा निसार अख़्तर, जावेद अख्तर, ताज भोपाली, साहिर भोपाली, रत्न कुमार, बालकवि बैरागीी, मिर्जा जहाँ, कदर चुुग़तई, मंजूर भोपाली, सिराज मीर खाँ सहर, शकीला बानो भोपाली और बशीर बद्र आदि।

इसके अतिरिक्त कई फिल्म स्क्रिप्ट राइटर जैसे जावेद अख्तर, जावेद महमूद, सुहेल अख़्तर, जावेद महमूद, अतहर अली, दिनेश राय, शरद जोशी आदि भोपाल की ही देन हैं।

भोपाल फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत उपयुक्त स्थान है।और अनेक फिल्मों एवं फिल्म कलाकारों का भोपाल से जुडाव रहा है। जैसे फिल्म अधिकार और बनने खाँ भोपाली, फिल्म शोले और सूरमा भोपाली, मुगले आजम और ख़्वजा साबिर आदि।

भोपाल के फिल्म डायरेक्टरो में अलनासिर रजा मुराद, सैफ अली खाँ, राजीव वर्मा आदि के नाम आते है। जिनका जुुड़ाव भोपाल से है। मशहूर फिल्म अदाकारा शर्मीला टैगोर, करीना कपूर और सारा अली खाँ आदि का करीबी जुड़़ाव भोपाल से है।

भोपाल में सदैव फिल्मों ओर तमाम सीरीयल की शूटिंग होती रहती है। भोपाल के अफसाना निगार इकबाल जाफरी के भाई इरफान जाफरी ने फिल्म अकलमंद में काम किया है। सुनील प्रहरी, प्रभा ठाकुर, नेहा शरद, रघुवीर साहनी, अरूण वर्मा, ऊषा दीक्षित, प्रेम मेथल, शरत सक्सेना फिल्म जगत से जुुड़े भोपाल के ही नाम है।

इस प्रकार भोपाल का फिल्म जगत मे अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है और भोपाल की तहजीब ,प्राकृतिक सुंदरता और यहाँ के बुद्धिजीवी शायर कलाकार आदि फिल्म जगत मेें बहुत पसन्द किये जाते रहे हैैं। किसी शायर ने भोपाल के बारे में क्या खूब कहा है -

माना कि बहुत शोख हैं नेपाल के लोग,

सच है कि बहुत खूब हैं बँगाल के लोग ।

दुनिया को खँगाला तो यह मालूम हुआ,

बेमिसल जमाने में है भोपाल के लोग ।


- शारिक रब्बानी (वरिष्ठ उर्दू साहित्यकार)

नानपारा, बहराईच ( उत्तर प्रदेश )

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