
गृहमंत्री राजनाथ सिंह का उपचुनाव की हार पर बड़ा खुलासा. इसलिए हार गये चुनाव क्योंकि?

भोपाल में ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह उपचुनाव की हार पर बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि जब शेर को लंबी छलांग लगानी होती है तो दो कदम पीछे खींच लेता है. चूँकि हमारा फोकस 2019 के लोकसभा चुनाव पर है. इसलिए इस उप चुनाव की हार कोई मायने नहीं रखती है.
राजनाथ सिंह ने ये बयान मध्य प्रदेश के एकदिवसीय दौरे पर दिया. गृह मंत्री ने कहा कि अगर आपको लंबी छलांग लगानी होती है, तो आपके दो कदम पीछे जाना ही पड़ता है. राजनाथ सिंह ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम हमारे लिए वही कदम है. आपको बता दें कि देशभर में चार लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान की गणना हो रही है. इन में उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की पालघर और भंडारा-गोंदिया के साथ उत्तर-पूर्वी भारत की नागालैंड लोकसभा सीट है.
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर राजनाथ सिंह बोले इससे देश की अर्थव्यवस्था पर कोई बड़ा असर नहीं है. फिर भी केंद्र की मोदी सरकार इस पर बड़ी गहनता से विचार विमर्श कर रही है.जल्द ही इसके सापेक्ष परिणाम भी नजर आयेगें.
वहीं मध्य प्रदेश में एक जून से दस जून तक किसान संगठनों के प्रस्तावित आंदोलन पर उन्होंने कहा कि ये किसानों का आंदोलन नही कांग्रेस का आंदोलन है. सिंह ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भट्टा-परसौल को भूल गए हैं, चुनावी साल में मंदसौर को याद कर रहे हैं. राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर आक्रामक होते हुए कहा कि 60 सालों में कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया. सिंह ने कहा कि हम नहीं कहते हैं कि हमने चार सालों में सब कुछ कर दिया है.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में पहली बार कोई सरकार अपना व्यौरा आम जनता के समक्ष पेश करने जा रही है. चार सालों में कोई भी बड़ी आतंकवादी वारदात नही हुई है. उन्होंने कहा कि पहले 135 जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे, अब 90 जिले प्रभावित है. सिंह ने कहा कि नक्सलवाद और माओवाद 10 से 11 जिलों में सिमटकर रह गया है. उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की टॉप 5 इकोनॉमी पावर में से एक बन गया है. भ्रष्टाचार को कम करने के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं.