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घोड़ा पछाड़ को पछाडा फिर अदा की मगरिब की नमाज़, मंदिर परिसर से शाहिद ने दिया इंसानियत का पैगाम
शिव कुमार मिश्र
21 July 2018 7:04 PM IST

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मग़रिब की अज़ानों से गगन गूंज रहा था। शाहिद करोंद स्थित करीब की मस्जिद में जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी अचानक मोबाईल की घँटी बजने लगी मो शाहिद ने फोन उठाया तो दूसरी ओर से आवाज़ आई में पिपलेश्वर मन्दिर छोटा तालाब पत्रा से बोल रहा हु, जल्दी आ जाइए, यहाँ बहुत बड़ा साँप घुस आया है। कितना बड़ा और कैसा है शाहिद ने फोन करने वाले से सवाल किया जवाब मिला साहब पता नही लेकिन बहुत बड़ा और काला है।
मो शाहिद ने सोचा नमाज़ आदा कर लूं फिर देखता हूं अपने कदम मस्जिद की ओर बड़ा भी दिये थे फिर दिमाग मे कुरान की वो आयात ज़हनशी हो गई। जिस में कहा है कि जिस ने एक जान को बचाया उस उस ने पृरी इंसानियत को बचाया। (सूरे मयादा )
इधर अंधेरा गहराता जा रहा था उधर मो शाहिद को डर था कि सांप किसी को नुकसान नही पहुँचा दे। शाहिद ने अपनी गाड़ी का रुख मस्जिद की जगह मन्दिर की ओर कर लिया और लगभग 7.30 तक मन्दिर परिसर में पहुँच गये । परिसर में अफरातफरी का माहौल था लोगो ने बताया कि सांप पीछे सन्दूक के पीछे कही छिपा है एक मामूली कपड़े की मदद से शाहिद ने जैसे ही सांप को अपने क़ब्ज़े में लिया , मन्दिर परिसर के लोगो ने राहत की सांस ली।
इस बारे में मो शाहिद से बात की तो उन्होंने बताया कि सात फिट लम्बा घोड़ा पछाड़ सांप है। उन्होंने बताया कि मुझे साँप ओर इंसान दोनों की जान की परवाह रहती है । इस लिए 24 घँटे इस को अंजाम देता हूं। इस लिया अपना मोबाईल भी 24 घँटे चालू रखता हूं। जान का ज़ोखिम लेकर इंसानियत बचाने के इस जज़्बे को सलाम (9826291176) अगर आप को कभी भी इन की ज़रूरत पड़े तो आप भी शाहिद अली से सपंर्क कर सकते है।
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