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छतरपुर: भाजपा में हुई बगावत लगे ललिता यादव मुर्दाबाद के नारे!
पंकज पाराशर छतरपुर
छतरपुर से टिकट न मिलने पर राज्यमंत्री ललिता यादव ने दो बार की विधायक रेखा यादव का हक मारकर बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट तो हथिया लिया, लेकिन उनकी चुनावी राह बहुत मुश्किल होने वाली है। क्योंकि रेखा यादव जैसी शालीन विधायक का टिकट कट जाने से उपजी जनसहानुभूति ललिता यादव के लिये बहुत कंटकाकीर्ण साबित होगी। क्षेत्रीय कार्यकर्ताओ तथा जनता से सम्पर्क करने के बाद रेखा यादव को जनादेश मिला है कि वह टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़े।
उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की भनक लगते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा कई भाजपा के वरिष्ठ नेताओ ने प्रलोभन देकर मनाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानीं और जनादेश को शिरोधार्य करते हुए उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय ले लिया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार रेखा यादव अपने समर्पित समर्थको के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बड़ामलहरा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगी।
जिससे भाजपा की हालत बहुत खस्ता हो जायेगी। जिस तरह से रेखा यादव के पक्ष में लोग आये हैं, उससे लगता है कि भाजपा की हालत डगमगाने वाली है ।ललिता यादव को भी यह अहसास पहले दौरे में मन ही मन हो गया है । उनके इर्द गिर्द बिना पेंदी के लोटे ज्यादा रहे और जनाधार वाले नेता कम। सजातीय वोट भी उनसे छिटका रहेगा और रेखा यादव को जायेगा। आम कार्यकर्ता संसाधन तो मंत्री जी के लेगा, लेकिन काम रेखा यादव के लिए करेगा। भाजपाइयों ने ललिता मुर्दाबाद के नारे लगाए वहीं बाहरी प्रत्याशी होने का विरोध भी ललिता जी को भोगना पडे़गा। सबकुल मिलाकर ललिता जी के लिये अंगूर बहुत खट्टे प्रतीत होने वाले हैं।