ग्वालियर

केंद्रीय मंत्री तोमर के खास समर्थक की कमलनाथ से मुलाकात, मध्यप्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म

Shiv Kumar Mishra
17 July 2020 8:23 AM GMT
केंद्रीय मंत्री तोमर के खास समर्थक की कमलनाथ से मुलाकात, मध्यप्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा से मुलाकात करने के सवाल पर कुशवाह ने कहा कि दोनों नेताओं से गुरुवार को फोन पर बात हुई है आज मुलाकात होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के सामने मैं अपना पक्ष रखूँगा।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट

मध्यप्रदेश में नेताओं के पार्टी बदलने के बाद आया राजनैतिक भूचाल अभी थमा नहीं हैं। भाजपा और कांग्रेस के नेता अपने सुरक्षित भविष्य की तलाश में पाले बदल रहे हैं। ताजा मामला ग्वालियर जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता से जुड़ा है। ये हैं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी एवं साडा के पूर्व अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह। जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद प्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

ग्वालियर जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी की नियुक्ति के विरोध की अगुआई करने वाले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SADA) साडा के पूर्व अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी जय सिंह कुशवाह ने गुरुवार को भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात कर राजनैतिक हलकों में गर्माहट पैदा कर दी। मुलाकात की पुष्टि करते हुए जय सिंह कुशवाह ने कहा कि मेरी आधा घंटे बातचीत हुई है लेकिन क्या बात हुई नहीं बता सकता, समय आने पर बताऊंगा। बताया जा रहा है कि जय सिंह कुशवाह कई दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में हैं। दोनों के बीच गुरुवार को मुलाकात तय हुई थी जिसके बाद जय सिंह कुशवाह ने कमलनाथ से उनके बंगले पर मुलाकात की। इस मुलाकात के कई मायने लगाए जा रहे हैं । इसे ग्वालियर पूर्व विधानसभा में होने वाले उपचुनाव और पार्टी में हो रही उनकी उपेक्षा से जोड़कर देखा जा रहा।भोपाल में जय सिंह कुशवाह के साथ उनके कुछ खास समर्थक भी मौजूद हैं।

ग्वालियर पूर्व विधानसभा से कई बार कर चुके हैं दावेदारी

गौरतलब है कि जय सिंह कुशवाह भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। वे कई पदों पर रहे हैं। पार्टी उन्हें साडा का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दे चुकी है। लेकिन वे भाजपा में रहते हुए ग्वालियर पूर्व से विधानसभा का टिकट मांग चुके हैं। लेकिन पार्टी ने उनपर भरोसा नहीं किया। 2008 में अनूप मिश्रा को प्रत्याशी बनाया, 2013 में माया सिंह को और 2018 में सतीश सिंह सिकरवार को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया। लेकिन अब पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के भाजपा में आने के बाद उनका दावा पूरी तरह से खत्म ही हो गया है। इसलिए माना जा रहा है कि यदि कांग्रेस उन्हें ग्वालियर पूर्व से टिकट देती है तो वे अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने की फोन पर बात, आज होगी मुलाकात

वरिष्ठ भाजपा नेता जय सिंह कुशवाह ने कहा कि वे अभी भोपाल में हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा से मुलाकात करने के सवाल पर कुशवाह ने कहा कि दोनों नेताओं से गुरुवार को फोन पर बात हुई है आज मुलाकात होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के सामने मैं अपना पक्ष रखूँगा।

जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के विरोध के बाद अलग थलग पड़े

पार्टी नेतृत्व द्वारा एक विवादित वीडियो और उसके बाद कार्यकर्ता के लिए के लिए कहे गए अपशब्द के बावजूद जिला महामंत्री कमल माखीजानी को प्रमोट कर जिला अध्यक्ष बनाये जाने का जय सिंह कुशवाह विरोध कर रहे हैं। ये विरोध मई में हुई जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद से जारी है । इसमें उनके साथ पूर्व जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा, प्रदेश कार्य समिति सदस्य उपेंद्र सिंह तोमर सहित केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गुट के अधिकांश नेता शामिल हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री तोमर ने इस विषय में कभी अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी। विरोध कर रहे नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को कई बार स्पष्ट कर दिया कि जब तक कमल माखीजानी को हटाया नहीं जाता वे काम नहीं करेंगे। बावजूद इसके पार्टी ने अब तक इनकी तरफ ध्यान नहीं दिया।

गौरतलब है कि गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा सरकार बनने के बाद से कई बार ग्वालियर आ चुके हैं और पार्टी के नाराज नेताओं और ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उमा भारती समर्थक नेताओं से घर जाकर मिल चुके हैं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी ग्वालियर का दौरा कर चुके हैं लेकिन किसी ने भी पार्टी के पुराने नेताओं से मुलाकात नहीं की। इसी के बाद से जिला अध्यक्ष का विरोध कर अलग थलग पड़े वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों का धैर्य जवाब दे रहा है और वे अपनी उपेक्षा से दुखी हैं।

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