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लोकसभा उपचुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, दिवंगत सांसद के बेटे और पत्नी ने छोड़ी पार्टी
भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. जब उसके दिवंगत सांसद के बेटे और पत्नी ने पार्टी को बाय बाय कह दिया. यह झटका बीजेपी को महाराष्ट्र में लगा है. बीजेपी के सांसद रहे स्वर्गीय चिंतामण वनगा की पत्नी और उनके दोनों बेटे गुरुवार (4 मई) को शिवसेना में शामिल हो गये. हालांकि चिंतामण वनगा के परिवार का शिवसेना में स्वागत करने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना अब तक इस बावत ये फैसला नहीं किया है कि पार्टी पालघर और भंडारा गोंदिया लोकसभा उपचुनाव लड़ेगी या नहीं.
शिवसेना के नेताओं ने कहा कि चिंतामण वनगा की पत्नी जयश्री चिंतामण वनगा और उनके पुत्र श्रीनिवास और प्रफुल्ल ने पार्टी ज्वाइन की और बताया कि बीजेपी में उनके साथ नाइंसाफी की जा रही थी. बता दें कि चिंतामण वनगा की अचानक मृत्यु के बाद पालघर लोकसभा सीट खाली हो गया था। इस वजह से यहां उप चुनाव कराना जरूरी हो गया है। 67 साल के वनगा का निधन 30 जनवरी 2018 को दिल्ली में हो गया था। वनगा को महाराष्ट्र के पालघर और धनाऊ जैसे इलाकों आदिवासी इलाकों में बीजेपी को ले जाने का श्रेय जाता है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिव सैनिकों ने पालघर में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी हमनें उन्हें कहा कि हम इस पर सोचेंगे कि हमें उपचुनाव लड़ना चाहिए या फिर 2019 विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी चाहिए. अब वनगा परिवार हमारे साथ है तो हालात बदल गये हैं, लेकिन उन्होंने हमसे कुछ नहीं मांगा है और हमलोग सामूहिक रूप से इस पर फैसला लेंगे. शिवसेना अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सेना महाराष्ट्र विधान परिषद की 6 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी से कोई समझौता नहीं की है, और जहां परिस्थितियां ठीक रही है वहां पार्टी ने उम्मीदवार उतारा है, हमें जीतने का भरोसा है.