मुम्बई

बीजेपी नेता मोहित कंबोज के खिलाफ मुंबई पुलिस ने की FIR दर्ज, करोड़ों के हेरफेर का मामला

Shiv Kumar Mishra
1 Jun 2022 2:13 PM GMT
बीजेपी नेता मोहित कंबोज के खिलाफ मुंबई पुलिस ने की FIR दर्ज, करोड़ों के हेरफेर का मामला
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मुंबई पुलिस ने बीजेपी नेता मोहित कंबोज (Mohit Kamboj) तथा एक कंपनी और बैंक के कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की है. एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

वहीं, कंबोज ने दावा किया कि यह प्राथमिकी फर्जी है और उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता. पुलिस अधिकारी ने बताया कि 'इंडियन ओवरसीज बैंक' के एक प्रबंधक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करके आरोप लगाया है कि कंबोज और एक कंपनी के कुछ अधिकारियों ने 52 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन जिस उद्देश्य से यह कर्ज लिया था, इसका इस्तेमाल उसके लिए नहीं किया गया.

उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर यहां एमआरए मार्ग पुलिस ने कंबोज और कंपनी एवं बैक के कुछ अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 409 (आपराधिक विश्वासघात) और फर्जीवाड़ा एवं आपराधिक षड्यंत्र संबंधी अन्य धाराओं के तहत मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की.

पुलिस ने बताया कि मामले के आरोपियों/संदिग्धों में कंबोज, मैसर्स निसिद्ध वेंचर प्राइवेट लिमिटेड, अन्य अधिकारी और कुछ अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं. अधिकारी ने बताया कि कंबोज के खिलाफ प्राथमिकी को आगे की जांच के लिए शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंप दिया गया है.

पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता के अनुसार, मेसर्स निसिद्ध वेंचर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कंबोज और अन्य आरोपियों ने इंडियन ओवरसीज बैंक को कथित तौर पर 52.89 करोड़ रुपये का भारी नुकसान पहुंचाया, जिससे उन्हें एवं अन्य को लाभ हुआ. अधिकारी ने कहा कि 2011 से 2015 तक, आरोपियों/संदिग्धों ने अन्य अज्ञात व्यक्तियों और लोक सेवकों के साथ कथित रूप से सहयोग और मिलीभगत की और वे आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और रिकॉर्ड के फर्जीवाड़े में शामिल रहे.

कंबोज ने मंगलवार को ट्वीट करके आरोप लगाया कि शहर पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने उनके खिलाफ ''फर्जी प्राथमिकी'' दर्ज की है. उन्होंने कहा कि यह सोचना गलत है कि ''बहुत पहले निपट चुके'' एक मामले में प्राथमिकी दर्ज करके उन्हें डराया जा सकता है या उनकी आवाज दबाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि वह तथ्यों के साथ अदालत में जाएंगे.

इससे पहले, इस साल मार्च में शिवसेना शासित बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने उपनगरीय सांताक्रूज में उस इमारत को नोटिस जारी किया था, जहां कंबोज रहते हैं और उसमें उनके फ्लैट हैं. बीएमसी ने यह पता लगाने के लिए नोटिस जारी किया था कि वहां कोई अवैध परिवर्तन तो नहीं किया गया. बाद में बीएमसी के एक दल ने इमारत का निरीक्षण भी किया था. तब कंबोज ने आरोप लगाया था कि उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है.

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